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शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

महिंद्रा फर्स्ट चॉइस सर्विसेज ने अब मल्टी-ब्रांड टू-व्हीलर सर्विसिंग के क्षेत्र में प्रवेश किया

पटना : महिंद्रा फर्स्ट चॉइस सर्विसेज (एमएफसी सर्विसेज) ने मल्टी ब्रांड टू-व्हीलर सर्विसिंग बिजनेस में आने की घोषणा की। एमएफसी सर्विसेज, मल्टी ब्रांड कार सर्विसिंग में पहले से ही मार्केट लीडर के रूप से स्थापित है।
महिंद्रा फर्स्ट चॉइस सर्विसेज (एमएफसी सर्विसेज) 20.7 अरब अमरीकी डालर वाले महिंद्रा ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और 25 राज्यों के 250 से अधिक शहरों में 330 कार सर्विस वर्कशॉप के मजबूत नेटवर्क के साथ असंगठित ऑटो आफ्टरमार्केट इंडस्ट्री को संगठित करने में नेतृत्वकारी भूमिका निभायी है। एमएफसी सर्विसेज के ग्राहकों को अपने वर्कशॉप तक आसानी से पहुंचने की सुविधा मिलती है जहां उन्हें गुणवत्ता सेवा,समय पर डिलिवरी और उच्च ग्राहक संतुष्टि प्रदान करने वाले कुशल टेकनीशियन्स की सेवा प्राप्त होती है। अब कंपनी का लक्ष्य टू-व्हीलर सर्विसिंग के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाना है और कंपनी की योजना लगभग सभी जिलों और तालुको (तहसीलों) में मल्टी-ब्रांड टू-व्हीलर सर्विस वर्कशॉप शुरू करने की है।
आलोक कपूर, हेड-फ्रेंचाइजी बिजनेस ऑपरेशंस, महिंद्रा फर्स्ट चॉइस सर्विसेज ने कहा कि 'वर्तमान में टू-व्हीलर्स सर्विसिंग व्यवसाय पर स्वतंत्र गैराजों का प्रभुत्व है। हम टू-व्हीलर सर्विसिंग के लिए संगठित और व्यवस्थित वातावरण बनाने में सबसे अग्रणी भूमिका निभाना चाहते हैं। अपने ग्राहकों को सस्ती सेवाएं प्रदान करते हुए, हमारा उद्देश्य सर्विस कॉस्ट, स्पेयर पार्ट्स की अनुपलब्धता के साथ-साथ पहुंच योग्य सर्विस सेन्टर जैसी चुनौतियों का समाधान करना है। वर्तमान में, हमने 16 स्थानों पर टू-व्हीलर सर्विसिंग बिजनेस लॉन्च किया है, और 2023 तक, भारत में 2,500 सर्विस सेंटर्स बनाने का हमारा लक्ष्य है।'
टू-व्हीलर सर्विसिंग बिजनेस का मॉडल फ्रेंचाइजी आधारित होगा। कर्मचारियों, तकनीकी सहायता, वर्कशॉप प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन और ग्राहक उपलब्ध कराने में सहयोग करने के लिए, सभी फ्रेंचाइजी धारकों को ब्रांड समर्थन, अतिरिक्त आपूर्ति, डिजिटल सहायता, प्रक्रिया प्रशिक्षण और तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जायेगी। आमतौर पर, टू-व्हीलर सर्विसिंग वर्कशॉप के लिए लगभग 800 वर्गफुट की आवश्यकता होती है, जिसमें लगभग 12-16 लाख रुपये का निवेश करना होता है।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र की कोई समझ नहीं भी रखने वाले, लेकिन उद्यमशीलता की मानसिकता रखने वाले बिजनेस और सर्विस दोनों वर्ग के 25 से 35 वर्ष के आयु के युवा लोगों ने एमएफसी सर्विसेज टू-व्हीलर बिजनेस की अपनी उद्यमशीलता की अपनी सपनों की यात्रा शुरू कर दी है।
इस नई पहल के अतंर्गत, एमएफसी सर्विसेज मल्टी-ब्रांड टू-व्हीलर्स के लिए सेवाओं की विस्तृत सूची प्रदान करेगी, जिसमें जनरल चेकअप, ऑयल चेंज, दुर्घटना के मामले में मरम्मत, एएमसी पैकेज, इंजन जॉब्स और ब्रेकडाउन सहायता शामिल है। महिंद्रा फर्स्ट चॉइस सर्विसेज ने पहले ही टू-व्हीलर के लिए फिल्टर, हॉर्न, रिले, इंजन ऑइल और स्विच जैसे प्राइवेट लेबल पार्ट्स लॉन्च कर दिया है। ये कई बड़े टू-व्हीलर ब्रांड्स के लिए उपयुक्त हैं।
अपने सभी फार्मेट्स में,एमएफसी सर्विसेज न केवल बाजार में भौतिक उपस्थिति के साथ, बल्कि अपनी डिजिटल संपत्तियों के माध्यम से भी प्रभुत्व बनाये हुए है। ऑटो आफ्टरमार्केट इंडस्ट्री को डिजिटाइज करने के उद्देश्य से, कंपनी ने एक नया फ्लैगशिप प्रॉडक्ट, डियरओ, लॉन्च किया है, जो सबसे सरल और स्मार्ट वर्कशॉप मैनेजमेंट सिस्टम है। यह वर्कशॉप के अपने रोजाना के संचालन का सबसे प्रभावी और कुशल तरीके से प्रबंधन करने में सहायक है। डियरओ समझदारी से ग्राहकों के इतिहास का रखरखाव करता है, और सेवा शेड्यूलर और पार्ट-फाइंडर उपलब्ध कराता है। अगले 3-6 महीनों में, एमएफसी सर्विसेज, वर्कशॉप और स्पेयर हब के अपने नेटवर्क के डिजिटल पार्ट्स प्रबंधन को डिजिटल रूप से स्वचालित कर देगा।

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