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गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019

‘रिड्यूसिंग, रिसाइक्लिंग, और रियूजिंग’ पर केंद्रित है प्रतिभा के वस्त्रों की डिजाइन और उत्पादन प्रक्रिया

मध्यभारत के समृद्ध कपास क्षेत्र में स्थित कंपनी, प्रतिभा, ने अपने चार मूल्यों - लोग, धरती, प्रक्रिया और उत्पाद - के बीच मजबूत तालमेल बनाते हुए वस्त्रों के डिजाइन और उत्पादन में भारी परिर्वतन किया है। अपने प्रगतिशील नजरिये से प्रेरित होकर, प्रतिभा ने 35 हजार से अधिक किसानों, 10 हजार कर्मचारियों और 20 से अधिक देशों के प्रसिद्ध वैश्विक परिधान ब्रांडों सहित पूरे वैल्यू चेन से रिश्ते मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी प्रति वर्ष 22 हजार टन कॉटन लिंट, 20 हजार टन यार्न, 10 हजार टन फैब्रिक और 6 करोड़ बुने हुए वस्त्र तैयार करती है।

शिक्षा के लिए जारी पहल, प्रतिभा ज्ञानपीठ, स्थानीय समुदायों के लोगों को उनके कौशल के विकास और रोजगार के लिए सक्रिय करता है। इसके लिए कंपनी प्रशिक्षण, भोजन, और ठहरने का कोई खर्च नहीं लेती है। इस पहल के अंतर्गत अब तक 5 हजार से अधिक लोग यार्न स्पिनिंग यानी सूत कताई और परिधान निर्माण में प्रशिक्षित हो चुके हैं। इसके अलावा, निम्न-आय वर्ग के कर्मचारियों के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए, कंपनी ने अपने वार्षिेकोत्सव के अवसर पर ब्याज मुक्त आवास की घोषणा की है और फेयर ट्रेड के साथ, कर्मचारियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए, कंपनी ने रेन कोट, वॉटर प्यूरीफायर, मिक्सर ग्राइंडर और कुकवेयर सेट वितरित किये हैं। कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए लगातार इनडोर और आउटडोर खेल,
योग सत्र, विभिन्न त्योहारों और अवसरों पर समारोह आयोजित करके आपसी रिश्ते को मजबूत करती है। इसके अलावा कंपनी कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए प्रशंसा एवं पुरस्कार देकर उन्हेंर प्रेरित करती रहती है। इसके साथ ही, विशेषज्ञ डॉक्टरों और परामर्शदाताओं की देखरेख में नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाते हैं। कंपनी से जुड़े कर्मचारियों और श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा में सहयोग करने के लिए, छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू किया गया है।

कंपनी का इको-फ्रेंडली दृष्टिकोण ‘रिड्यूसिंग, रिसाइक्लिंग, और रियूजिंग’ पर केंद्रित है। सभी प्रक्रियाओं में शून्य ताजा पानी का उपयोग किया जाता है। वस्त्रों की नमकमुक्त रंगाई होती है और इस प्रक्रिया में ‘   लो लिकर रेशियो’ वाली डाई मशीनें इस्तेमाल में लायी जाती हैं। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रतिभा 30 प्रतिशत सौर नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करती है, और एलईडी लाइट्स इंस्टालेसन, पावर फैक्टर कंट्रोलर भी स्थापित किया गया है। अब तक कंपनी ने ग्रीन हाउस गैस प्रभाव को संतुलित करने के लिए 3 लाख पेड़ लगाये हैं। कचरे के प्रबंधन के लिए कुल कचरे के 90 प्रतिशत का पुनर्नवीनीकरण या पुनरू उपयोग किया जाता है, और यहां तक कि, कपास के कचरे को भी स्टेशनरी में बदल दिया जाता है।

कंपनी की निर्माण प्रक्रिया पूरी तरह से पर्यावरण-अनुकूल है। इसके लिए कंपनी नमकमुक्त रंगों, खतरनाक रसायनों के जीरो डिस्चार्ज और शून्य लिक्विड डिस्चार्ज पर ध्यान केंद्रित करती है। प्रतिभा पहली गोल्ड प्रमाणित सी2सी परिधान बनाने वाली कंपनी है। कंपनी कार्बनिक और बीसीआई कपास, रिसाइकल्डर पॉलिएस्टर, स्पपन डाइड विस्किस और कई अन्य स्थायी कच्चे माल पर ध्यान केंद्रित करके सर्कुलर फैशन के लिए अपना योगदान देती है।

दिग्गज मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हुई स्क्रेबिड द्वारा आयोजित मीट में

  • सन फार्मा, मैनकाइंड फार्मा, टाटा ग्लोबल, तिरुपति फार्मा, मैरिको जैसी कंपनियों ने लिया हिस्सा
  • फाउंडर प्रफुल चैहान ने ग्रहण की हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की सदस्यता

पौंटा साहिब, (हिमाचल प्रदेश) : स्क्रैप मैटेरियल ट्रेडिंग के नए स्टार्टअप प्रोजेक्ट स्क्रेबिड ने मंगलवार दिन 26 फरवरी को. चैंबर बिल्डिंग पौंटा साहिब विभिन्न जानी मानी कंपनियों के साथ एक निजी इवेंट का आयोजन किया। इस आयोजन में 30 से अधिक प्रतिष्ठत कंपनियों ने भाग लिया, जिसमें सन फार्मा, मैनकाइंड फार्मा, टाटा ग्लोबल, तिरुपति फार्मा, मैरिको लिमिटेड, बायोटीक कॉस्मेटिक, ज्योंन  लाइफ साइंसेज, लबोरट  फार्मा आदि जैसी कम्पनियॉ के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस सेरेमनी के अन्तर्गत स्क्रेबिड फाउंडर प्रफुल चैहान को हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की बतौर सबसे कम उम्र के  उद्यमी की सदस्यता भी प्राप्त हुई। कार्यक्रम में पहुंचे विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रफुल ने स्क्रैबिड पर प्रस्तुति दी और इसके काम को समझाया। इस दौरान स्क्रेबिड मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया। हिमाचल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्य माननीय सतीश गोयल और अरुण गोयल ने इसका बीटा वर्जन लॉन्च किया। 

इस मीटिंग के बारे में बात करते हुए स्क्रेबिड फाउंडर प्रफुल चैहान ने कहा कि, “देश की दिग्गज कम्पनियों के प्रतिनिधियों का इस आयोजन में शामिल होना सम्मान की बात है। सभी ने काफी प्रोत्साहित और प्रभावित किया। इस असंगठित क्षेत्र का एक दूरगामी समाधान लाने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। हमारे ऐप का फिलहाल बीटा वर्जन ही लॉन्च किया गया है लेकिन जल्द ही इसका पूर्ण संस्करण मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश श्री जयराम ठाकुर द्वारा किया जाएगा। “

मुख्य रूप से सेलर, डीलर और रिसाइकलर के कांसेप्ट पर काम करने वाला प्रफुल का यह यूनिक स्टार्टअप आइडिया सीएम स्टार्टअप योजना हिमाचल प्रदेश के तहत पंजीकृत किया जा चुका है और इसे जेपी यूनिवर्सिटी, सोलन के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग में भी लगाया गया है। स्क्रैप मैटेरियल्स को  ऑनलाइन बिडिंग के जरिए बेचने या खरीदने की सुविधा देने वाले स्क्रेबिड का मकसद स्क्रैप मैटेरियल के व्यापार को आसान, पारदर्शी और लाभदायक बनाने के साथ स्क्रैप  का बेहतर दाम उपलब्ध कराना है।

आसुस ने भोपाल में अपने एक्सक्लूसिव स्टोर के 5 सफल वर्षों का जश्न मनाया

भोपाल : टैक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी आसुस इंडिया ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अपने पांच सफल वर्षों का जश्न मनाया। डीबी सिटी मॉल, एमपी नगर स्थित आसुस के एक्सक्लूसिव स्टोर में इसके सभी उत्कृष्ट प्रॉडक्ट्स उपलबध हैं।

कार्यक्रम के बारे में बताते हुए, श्री अर्नोल्ड सु, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर (पीसी एंड आरओजी), आसुस इंडिया ने कहा कि ष्हम भोपाल में अपने एक्सक्लूसिव स्टोर के 5 बेहद सफल वर्षों को पूरा करने पर रोमांचित हैं। यह उपलब्धि टियर 2 मार्केट्स और उसके आगे के बाजार पर केंद्रित हमारे प्राइम फोकस को दर्शाती है। इनोवेशन से युक्त उपभोक्ता तकनीकी उत्पादों के प्रति हमारी आकांक्षा ने महानगरीय सीमाओं को सफलतापूर्वक पार कर लिया है और नॉन-मेट्रो शहरों और कस्बों के नये दौर के यूजर्स ने हमारे हाई परफॉरमेंस वाले प्रॉडक्ट्स में जोरदार रुचि दिखाई है। आसुस में, हम टियर 2 सेगमेंट में और उसके आगे भी अपने विस्तार को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे यूजर्स को इन प्रॉडक्ट्स को प्राप्त करने और अनुभव करने में आसानी हो।"

5 वर्ष पूरे करने वाले आसुस एक्सक्लूसिव स्टोर ने दिसंबर, 2019 तक 100 स्टोर खोलकर विभिन्न स्तर के बाजारों में आसुस के विस्तार की योजना को तेज गति प्रदान की है। वर्तमान वित्त वर्ष में, आसुस ने वडोदरा, नई दिल्ली, राजस्थान के इलाके, पश्चिम बंगाल और दक्षिणी राज्यों  में एक्सक्लूसिव स्टोर्स खोले हैं। अभी तक, आसुस ने रिलायंस डिजिटल और क्रोमा जैसे बड़े फॉरमेंट स्टोर्स के अलावा, आसुस एक्सक्लूूसिव स्टोर्स, 6,000 डीलर, 3 आरओजी (रिपब्लिक ऑफ गेमिंग) के माध्यम से पूरे भारत में उपलब्ध है। इसके अलावा, आुसस भारत में शीर्ष ई-कॉमर्स ब्रांड्स के साथ भी सहयोग करके कार्य करता है, ताकि डिजिटल प्रेमी ग्राहकों तक अपने प्रॉडक्टस को आसानी से पहुंचा जा सके।

उत्कृष्ट तकनीकी उपभोक्ता उत्पादों की टियर 2 शहरों और उसके आगे के बाजारों में बढ़ती मांग को देखते हुए, मध्य प्रदेश, आसुस के रणनीतिक स्थलों में से एक है। इन बाजार क्षेत्रों में आधार स्थापित करके आसुस अपने महत्वाकांक्षी और युवा ग्राहकों के करीब पहुंचा है। मध्य प्रदेश के वर्तमान स्टोर यूजर्स को वीवोबुक, जेनबुक, जेनबुक-फ्लिप और रिपब्लिक ऑफ गेमर्स (आरओजी) लैपटॉप सहित आसुस के इनोवेशन युक्त प्रॉडक्ट्स  के अनुभव को संभव बनाते हैं।

कुम्भ मेला में गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स हासिल करने वाला पहला ब्रांड बना टू यम्म

अर्ध कुम्भ मेले में 868.83 लीटर तेल से भरे और ‘सुन्दर स्वस्थ्य की कामना’ का प्रतीक विश्व के सबसे विशाल दीये का सोनू सूद ने उदघाटन कर प्रज्ज्वलित किया  

टू यम्म ! भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहा स्नैक ब्रांड, आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप के एफएमसीजी डिवीजन की कंपनी गिल्ट फ्री इंडस्ट्रीज का ब्रांड है. इस ब्रांड ने सुन्दर स्वास्थ्य के प्रति अपनी वचनबद्धता के प्रतीक स्वरुप सबसे बड़ा दीया स्थापित किया. मुंबई में गिनीज वर्ल्डन रिकॉर्ड्स हासिल करने के बाद, ब्रांड ने कुंभ मेला में रिकॉर्ड के लिए प्रजेंटेशन समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने सबसे बड़े तेल के दीये को जलाया और अच्छी सेहत के लिए संकल्प लिया। मुंबई, मीरा स्टील्स में निर्मित इस विशाल दीये की ऊंचाई 476.5 एमएम और व्यास 2390.6 एमएम है, जिसे प्रयागराज में अर्ध कुम्भ मेले में स्थापित किया गया है.

सोनू सूद और आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप के वाईस प्रेसिडेंट मार्केटिंग (सीएमओ)-एफएमसीजी बिजनेस, श्री अनुपम बोके ने इस भव्य समारोह का उदघाटन किया. यह असाधारण प्रतिष्ठापन 04 मार्च तक प्रदर्शित किया जाएगा और भक्तजनों के लिए इसे देखना एक आजीवन अनुभव होगा. भक्तजनों ने भी सुन्दर स्वास्थ्य के लिए शपथ लेकर इस आयोजन में भाग लिया. अपने नवोन्मेषी, स्वास्थ्यकर पेशकशों के लिए मशहूर टू यम्म! ने हर किसी के लिए बेहतर स्वास्थ्य की कामना का प्रचार करने के इरादे से विश्व का यह सबसे बड़ा दीया स्थापित किया। 

आरपी-एसजी ग्रुप ने अपने एफएमसीजी बिजनेस के जरिए 2017 में स्नैक्स का कारोबार आरम्भ किया था और तब से इसमें आश्चर्यजनक वृद्धि हुयी है. क्विनोवा पफ्स, वेजी स्टिक्स, फॉक्सनट्स, मल्टीग्रेन चिप्स और नया-नया लॉन्च किया गया करारे जैसे विभिन्न प्रकार के उत्पादों की बदौलत यह ब्रांड उपभोक्ताओं के बीच ‘गिल्टलेस बिन्जिंग’ (बेफिक्री के साथ खान-पान) का प्रतीक बन गया है. ब्रांड की इस असाधारण उपलब्धि पर एफएमसीजी बिजनेस के सीईओ, श्री सुहैल समीर ने कहा कि, “टू यम्म! के लिए यह एक और गौरव का पल है। हमारा मानना है कि एफएमसीजी उद्योग अगले 5-10 वर्षों में सबसे बड़े मूल्य निर्माताओं में से एक होगा. हम हमेशा ही उपभोक्ताओं को अधिकतम स्वाद और सर्वोत्तम स्वास्थ्य के स्वाभाविक संतुलन प्रदान करने के लिए अपने उत्पादों में नवाचार पर फोकस करते रहे हैं. अच्छेक स्वास्थ्य का प्रतीक (सबसे बड़े दीये के रूप में) स्थापित करके हमने टू यम्म!  ब्रांड के प्रशंसकों को सर्वश्रेष्ठ प्रदान करने की अपनी वचनबद्धता की पुष्टि की है.  

इस गौरवपूर्ण अवसर पर एफएमसीजी बिजनेस के वाइस प्रेसिडेंट मार्केटिंग (सीएमओ), श्री अनुपम बोके ने कहा कि, “हम खासतौर से दुनिया के सबसे पावन जलसों में से एक में गिनीज वर्ल्डो रिकॉर्ड्स की इस अद्भुत उपलब्धि को हासिल कर वाकई में रोमांचित हैं. इस भव्य और विशाल दीये के माध्यम से हमने हर किसी के लिए अच्छे  स्वास्थ्य की कामना की है. ‘बीईंग हेल्दीस’ (स्वस्थ रहना) हमारे ब्रांड टू यम्म! का आधार है। हमने हमेशा धमाकेदार अंदाज में अपना ब्रांड मैसेज पहुंचाने की कोशिश की है. फिर चाहे यह व्हाई चिप्स विराट (#WhyChipsVirat) कैंपेन की माध्यम से हो या अब इस विशालतम दीये के माध्यम से. कुम्भ में हमें अपने उपभाक्ताओं के काफी करीब होने का अवसर मिलता है और ऐसे में यह धमाकेदार रिकॉर्ड लम्बे समय तक हमारा मुख्य ब्रांड मैसेज बना रहेगा और पूरे देश में सुन्दर स्वास्थ्य का महत्व प्रचारित करता रहेगा. आखिर, स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है!”

अपनी भावना व्यक्त करते हुए सोनू सूद ने कहा कि, “स्वस्थ कल के लिए टू यम्म! कैंपेन के समर्थन में यहाँ शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है. मैं स्वास्थ्यवर्धक आहार लेने का हिमायती और टू यम्म! का जबरदस्त समर्थक हूँ, जिसने  अपने पथ-प्रदर्शक सिद्धांतों और उत्पादों से इस सन्देश को घर-घर पहुंचाया है. यह दीया उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है और मैं इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बनकर गर्व का अनुभव कर रहा हूँ. मैं हर किसी से उनके खुद के लिए प्रतिज्ञा करने और और ‘अच्छे  स्वास्थ्य की कामना’ करने की अपील करता हूँ.”

कुम्भ के सभी श्रद्धालुओं के लिए अच्छेू स्वास्थ्य की कामना करने के बाद इस प्रतिष्ठान को अच्छे उद्देश्य के लिए दान कर दिया जाएगा. यह सफल रिकॉर्ड मुल्लेन लिंटास, गोलिनओपिनियन, रैपोर, इनिशिएटिव मीडिया और इंटरैक्टिव ऐवन्यूज की मिली-जुली कोशिशों का नतीजा है. 

इसलिए अगर आप कुम्भ मेले में हैं तो इस आश्चर्यजनक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की उपलब्धि का सहभागी बनने का सुनहरा अवसर हाथ से नहीं जाने दें!  

ट्विटर रिलीज

नया रिकॉर्ड : कुम्भ मेला में ‘अच्छेज स्वास्थ्य की कामना’ का प्रतीक सबसे बड़ा तेल का दीया बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद द्वारा प्रज्ज्वलित किया गया. कुम्भ 2019 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला पहला ब्रांड बनने के लिए /TooYumm  को बधाई !


मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019

'हेल्थ 24x7' हाई क्वालिटी ऑर्गेनिक फ़ूड आइटम्स का विश्वशनीय रिटेल स्टोर

समय के साथ बढ़ती जनसंख्या और मौसम में अनिश्चित बदलाव के चलते किसानों ने खाद सामग्री की आपूर्ति के लिए खेतों में समय से पहले फसल उगाने के नए तरीकों का ईजाद करते हुए केमिकल फर्टिलाइजर, प्रेस्टीसाइड्स और हार्मोन इत्यादि का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। आर्गेनिक फार्मिंग न होने की वजह से हमारे स्वास्थ्य पर तो गहरा असर पड़ा ही है, साथ ही साइल फर्टिलाइजर पावर और वातावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे माहौल में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि हम जितना हो सके ऑर्गनिक फ़ूड आइटम्स का ही इस्तेमाल करें। हालांकि आज कल बाजारों में बिकने वाले ज्यादातर फ़ूड आइटम ऑर्गेनिक फार्मिंग प्रक्रिया से नहीं गुजरते, जो हमारे स्वास्थ्य को सीधा प्रभावित करते हैं, हालांकि फटाफट के इस दौर में कई संस्थाएं ऐसा भी हैं जो मार्केट में पूर्णतः ऑर्गैनिक फार्मिंग से पैदा हुई खाद सामग्रियों को उपलब्ध कराने में जुटी हुई हैं। 

इंदौर स्थित हेल्थ 24x7 पिछले लंबे समय से लोगों के स्वास्थ्य को बिगड़ने से बचाने में छोटी सी भूमिका निभा रही है। हेल्थ 24x7 पूरी तरह ऑर्गनिक फ़ूड आइटम्स में डील करती है। संस्था अपनी खाद सामग्रियों की क्वालिटी को बरकरार रखने के लिए ऑर्गनिक फार्मिंग, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग के प्रत्येक चरणों को हाई क्वालिटी के मानकों पर टेस्ट करती है। हेल्थ 24x7 को एक ऐसे रिटेल स्टोर के तौर पर भी देखा जा सकता है जो आपकी जरुरत और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए विभिन्न खाद सामग्रियों को आपके दरवाजे तक पहुंचाने में सदैव तत्पर है। हेल्थ 24x7 के रिटेल स्टोर पर ड्राईफ़ूड से लेकर विभिन्न मसालों, जूस आइटम्स, दाल, चावल और घी जैसे तमाम फ़ूड आइटम्स को हाई क्वालिटी के साथ किफायती दामों में उपलब्ध कराया जाता हैं।

हेल्थ 24x7 के फ़ूड आइटम्स को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से खरीद सकते हैं। हेल्थ 24x7 का ऑफलाइन रिटेल स्टोर बेसमेंट, 27-A, चंद्रा नगर, नियर सिंडिकेट बैंक, कैफ़े भड़ास के नीचे स्थित है, जहां आसानी से ऑर्गेनिक फूड्स की खरीददारी की जा सकती है। इसके अलावा घर बैठे हेल्थ 24x7 के फ़ूड आइटम्स मंगाने के लिए फर्म की ऑफिसियल वेबसाइट http://health24x7.co.in/ पर विजिट कर सकते हैं। संस्था अपने ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किसी भी फ़ूड आइटम की बुकिंग को कैंसिल कराने या रिफंड लेने की सुविधा भी देती हैं। अपने फ़ूड प्रोडक्ट्स की क्वालिटी के साथ ग्राहकों की संतुष्टि ही हेल्थ 24x7 का मुख्य उद्देश्य हैं।

भड़ास कैफे के कस्टमर्स को कवर करेगा डिजिटल चैनल ट्रूपल डॉट कॉम

अब ट्रूपल डॉट कॉम पर देखें कैफे भड़ास पर निकाली गई 'मन की भड़ास'
इंदौर का कैफे भड़ास अपने यूनिक कांसेप्ट के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के तमाम देशों में मशहूर है। कैफे भड़ास आपको अपने मन में छिपे गुस्से को बिलकुल देशी तरीके यानी तोड़फोड़ कर, चिल्लाकर या बंद कमरे में गालियां देकर बाहर निकालने का मौका देता है। घर की किसी बात से आपके भीतर आक्रोश भरा हो या ऑफिस में बॉस का रोज-रोज का लेक्चर आपके लिए सर दर्द बन गया हो, तो कैफे भड़ास आपको इन जगहों से जुड़े उपयोगी समानों पर पूरी सुरक्षा के साथ ताबड़तोड़ अटैक करने का अवसर देता है। ख़ास बात यह है कि भड़ास कैफे पर अपने मन की भड़ास निकालने के लिए आने वाले कस्टमर्स को अब ऑनलाइन चैनल 'ट्रूपल डॉट कॉम' पर भी कवर किया जाएगा। ट्रूपल डॉट कॉम, कैफे भड़ास पर पहुंचने वाले कस्टमर्स के भड़ास मूमेंट को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए आगे बढ़ाएगा। देश के पहले एनालिटिकल डिजिटल प्लेटफार्म ट्रूपल डॉट कॉम की इस पहल को सराहते हुए कैफ़े भड़ास के फाउंडर अतुल मलिकराम ने कहा कि, "ऐसा शायद पहली बार होगा जब कोई ऑनलाइन प्लेटफार्म किसी कैफ़े की एक्टिविटीज को अपने चैनल के माध्यम से रेगुलर बेसिस पर दिखाएगा। ख़ुशी है कि हमारे इस एंगर रिलीज़ थेरिपी के कांसेप्ट को देश दुनिया में इतना पसंद किया जा रहा है और हमें विश्वास है कि अब डिजिटल प्लेटफार्म पर आने के बाद ये इंदौर के ज्यादातर कस्टमर्स को अपनी तरफ आकर्षित करने वाला है।"
मन में भरे गुस्से को चिड़चिड़ेपन का रूप लेने से बचाने के लिए और आपके भीतर उत्पन्न होने वाली निगेटिव वाइब्स को कम करने में कैफ़े भड़ास जिस यूनिक कांसेप्ट के साथ लोगों की मदद कर रहा है, उसे हिस्ट्री चैनल ने भी अपने एक ख़ास शो में जगह दी है। कैफ़े भड़ास पर देशभर के तमाम शहरों से तो भड़ास निकालने वालों की अच्छी खासी भीड़ इकट्ठा होती है साथ ही कई विदेशी पर्यटकों के लिए भी कैफ़े भड़ास पहली प्राथमिकता होती है।  
यहां आपको कई तरह की उपयोगी चीजों पर अपना हाथ आजमाने का मौका मिलता है। यदि आप घर की किसी बात से खफा हैं तो आपके पास फ्रिज, टीवी, कूलर, वाशिंग, मशीन जैसे घरेलु समानों को तहस नहस करने का मौका होता है। वहीँ अगर आप ऑफिस की किसी बात का गुस्सा भरे बैठे हैं तो यहां आप ऑफिस में इस्तेमाल होने वाली कुर्सी, टेबल, कम्प्यूटर जैसी अन्य वस्तुओं को एक झटके में कबाड़ का रूप दे सकते हैं। भड़ास कैफे की एक और खासियत है कि यहां पहले तो आप अपने गुस्से को अपने तरीके से बाहर निकाल सकते हैं और इसके बाद देशभर के तमाम फेमस व्यंजनों का आनंद भी एक ही छत के नीचे उठा सकते हैं वो भी बेहद किफायती दामों पर। यहां आप घुमते-फिरते दिल छू जाने वाले व्यंजनों का स्वाद ले सकते है, यानी यहां जगह की भी कोई कमी नहीं है। अगर आप भी कैफ़े भड़ास के यूनिक कांसेप्ट के साथ अपने भीतर के गुस्से को शांत करना चाहते हैं तो बिना देर किए पहुंचे कैफ़े भड़ास।

महिंद्रा ने स्टायलिश और रोमांचक नई XUV300 लाॅन्च की

सेगमेंट-फस्र्ट सुरक्षा एवं तकनीकी खूबियों से पूरी तरह लैश
मुंबई : महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम), जो 20.7 बिलियन डाॅलर वाले महिंद्रा समूह का एक घटक है, ने आज अपनी बहुप्रतीक्षित नयी एसयूवी,  XUV300  (उच्चारण एक्सयूवी 3 डबल ‘ओह’) को लाॅन्च किया। इसके पेट्रोल डब्ल्यु 4 वेरिएंट की एक्सशोरुम शुरूआती कीमत 7.90 लाख रु. है, जबकि डीजल डब्ल्यु 4 वेरिएंट की कीमत 8.49 लाख रु. है (पूरे भारत में एक कीमत लागू)।

XUV300 का आकर्षक, चीता-प्रेरित डिजाइन, मजेदार परफाॅर्मेंस, सर्वोत्तम कोटि की सुरक्षा विशेषताएं, फस्र्ट-इन-सेगमेंट हाई-टेक सुविधाएं औरबिल्कुल नये तरह के इंटीरियर्स से आकर्षक एवं व्यापक पैकेज बनाते हैं। यह पेट्रोल और डीजल दोनों ही वेरिएंट में उपलब्ध होगी।

XUV300, 3वेरिएंट्स डब्ल्यू4, डब्ल्यू6 एंड डब्ल्यू8, और एक वैकल्पिक पैक डब्ल्यू8 वेरिएंट में उपलब्ध है। यह 6 मोनोटोन रंगों और 2 ड्युअल टोन रंगों-रेड रेज, एक्वा मरीन, सनबस्र्ट आरेंज, पर्ल व्हाइट, नपोली ब्लैक, डी-सैट सिल्वर, ड्युअल टोन व्हाइट रुफ आन रेड रेज और एक्वा मरीन (केवल डब्ल्यू8 वैकल्पिक पैक) में उपलब्ध है।

महिंद्रा समूह के चेयरमैन, आनंद महिंद्रा के अनुसार, ‘‘जब वर्ष 2011 में एक्सयूीव ब्रांड को लाॅन्च किया गया था, तो वो हमारे आटोमोटिव सफर का परिवर्तनकारी पल था। आज, एक्सयूवी 300 को लाॅन्च करते हुए, हम महत्वाकांक्षा के स्तर को और अधिक ऊपर ले जा रहे हैं। सांग्योंग के एक्स100 प्लेटफाॅर्म पर आधारित, एक्सयूवी300 वास्तव में ब्ल्यू ग्लोबल प्रोडक्ट है, जिसमें कोरियाई तकनीक के साथ भारतीय नवाचार एवं कुशलता का मिश्रण है। एक्सयूवी300 सभी को पसंद आयेगी, विशेषकर आज के मिलेनियल्स को, जो इसकी मजेदार ड्राइविंग का आनंद लेंगे।

लाॅन्च के अवसर पर, एमएंडएम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, डाॅ. पवन गोयनका ने कहा, ‘‘मैराज्जो और एल्ट्युरस जी4 के बाद, एक्सयूवी300 महिंद्रा के आधुनिक महत्वाकांक्षी वाहनों में हमारी नवीनतम पेशकश है। एक्सयूवी300 हमारे आॅटोमोटिव उत्पादों के लिए एक बोल्ड नई दिशा का प्रतिनिधित्व करती है, जो हमारे ग्राहकों को बेजोड़ गुणवत्ता एवं सचमुच परिष्कृत अनुभव प्रदान करेगी। एक्सयूवी300 बिल्ुल नया उत्पाद है, जो ऐसे वैश्विक प्लेटफाॅर्म पर निर्मित है जो ग्राहकों को खुश कर देगा।’’

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के आटोमोटिव सेक्टर के प्रेसिडेंट, राजन वाढेरा ने कहा, ‘‘एक्सयूीव कंपैक्ट एसयूवी खंड में विजेता के रुप में उभरनेके लिए तैयार है। इसकी सुरक्षा विशेषताएं, दमदार ड्राइविंग क्षमता, आरामदाय राइडिंग, कई सेगमेंट फस्र्ट हाई-टेक विशेषताएं, 5 लोगों के लिए आराम से बैठने की जगह और सर्वोत्तम कोटि की फिट एवं फिनिश इसे सर्वश्रेष्ठ बनाती हैं।’’

एक्सयूवी300 के विषय में

एक्सयूवी300 चीता से प्रेरित और सांस लेने वाले प्रदर्शन का एक शक्तिशाली संयोजन है। फ्री-फ्लोगिं टाॅर्क और फुर्तीला-फुर्तीला पैंतरेबाज़ी के साथ सशस्त्र, इस एसयूवी को चलाने को सरासर आनंद इस समय आप त्वरक पेडल पर कदम रखते हैं। यह सब, और सर्वश्रेष्ठ-इन-सेगमेंट सुरक्षा और प्रौद्योगिकी सुविधाओं को एक शस्त्रागार, यह आपको भारतीय सड़कों पर सबसे रोमांचक एक्सयूीव में से एक बना देगा। 

एक्सयूवी300 ने सांग्योंग टिवोली के साथ अपने मंच को साझाा किया है जो विश्व स्तर पर सफल उत्पाद है जो 2015 में लाॅन्च होने के बाद से 2.6 लाख यूनिट्स 50$ देशों में बेचा गया है। टिवोली को 2015 से ग्रेड 1 सुरक्षा पुरस्कार सहित कई सुरक्षा और एर्गोनोमिक पुरस्कार भी मिले हैं। केएनसीएपी (कोरियन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम), आटोमोटिव सेफ्टी टेस्ट।

संस्कृति स्कूल ने जीता अंडर 13 दिल्ली गर्ल्स स्कूल फुटबाॅल लीग


  • CEQUIN, फुटबाॅल दिल्ली और दिल्ली डायनामोज़ द्वारा आयोजित
  • यह पहल देश में महिला फुटबाॅल को देगी बढ़ावा

नई दिल्ली : CEQUIN द्वारा दिल्ली डायनामोज़ और फुटबाॅल इण्डिया के सहयोग से आयोजित अपनी तरह की पहली अंडर-13 दिल्ली गल्र्स स्कूल फुटबाॅल लीग के पहले संस्करण का सफल समापन करते हुए, एक महीने तक चले इस टूर्नामेन्ट के विजेताओं का ऐलान किया गया।

फाइनल मैच का आयोजन संस्कृति स्कूल एवं शिव नादर स्कूल के बीच हुआ, जिसमें संस्कृति स्कूल ने शिव नादर को 3-2 से हराया।

जानी मानी हस्तियों जैसे राहुल बोस, मीनाक्षी लेखी, ससंद सदस्य तथा श्री राॅड हिल्टन, भारत के लिए आस्ट्रेलिया के उप-उच्चायुक्त ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

इस पहल के सफल समापन पर बात करते हुए सारा अबदुल्लाह पायलट, चेयरपर्सन, CEQUIN तथा चेयरपर्सन, वुमेन्स कमेटी, एआईएफएफ ने कहा, ‘‘महिला के फुटबाॅल को बढ़ावा देकर हम समाज में फैली गलत अवधारणाओं को तोड़ना चाहते हैं, जिसके चलते लड़कियों को घर से बाहर निकलने और आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाती। दुनिया भर में महिला फुटबाॅल की बढ़ती लोकप्रियता लिंग असमानता को दूर करने दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।’’


लीग में चार ज़ोनों से 32 स्कूलों ने हिस्सा लिया। पिछले एक साल में CEQUIN ने दिल्ली के 25 सरकारी स्कूलों में लड़कियों के लिए फुटबाॅल और लीडरशिप कैम्प आयोजित किए हैं। 10 स्कूल टीमों को चुन कर गल्र्स फुटबाॅल टीम बनाई गई जिन्होंने लीग में हिस्सा लिया। लीग में सरकारी एवं निजी स्कूलों से लड़कियों ने हिस्सा लिया, जिन्हें प्रतिस्पर्धा के दौरान पाठ्येत्तर,सामाजिक एवं शैक्षणिक अनुभव पाने का मौका मिला। फुटबाॅल दिल्ली द्वारा इस लीग के माध्यम से एक्सीलेन्स एकेडमी के लिए चुने गए 25 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन

बुधवार, 13 फ़रवरी 2019

स्टार्टअप्स के खुलने और बंद होने के पीछे एक ख़ास वजह मार्केट रिसर्च और एनालिसिस की कमी : प्रफुल चौहान

देश के पहले ऑनलाइन स्क्रैप ट्रेड प्लेटफार्मस्क्रेबिडकी शुरुआत करने वाले 12वीं कक्षा के छात्र प्रफुल चैहान का मानना है कि स्टार्टअप इंडिया के तहत कई छोटे-बड़े स्टार्टअप्स के खुलने और बंद होने के पीछे एक ख़ास वजह मार्केट रिसर्च और एनालिसिस की कमी हो सकती है। इसके अलावा प्रोडक्ट या सर्विस का हद से ज्यादा जटिल होना और जो बाजार चाहता है उसके अनुकूल काम का होना भी एक प्रमुख कारणों में गिना जा सकता हैं. बता दें कि प्रफुल के ऑनलाइन स्क्रैप मैटेरियल्स बेचने वाले इस यूनिक कांसेप्ट को सीएम स्टार्टअप योजना हिमाचल प्रदेश के तहत जून 2018 में पंजीकृत किया जा चुका है. हाल ही में प्रफुल ने अपने इस बेहतरीन आईडिया के बारे में खुलकर बात की और  ’स्क्रेबिडसे जुड़े कई प्रश्नों के उत्तर दिए...देखें इस सवाल-जवाब से जुड़े कुछ अंश...

1. स्क्रैप को लेकर सबसे बड़ा अवसर और चुनौती क्या समझते हैं
उत्तरः क्वांटिटी और वर्थ दोनों के लिहाज से स्क्रैप सेक्टर सबसे बड़े सेक्टर्स में से एक रहा है। हमारे देश में 6 मिलियन टन से अधिक मेटल स्क्रैप का इम्पोर्ट होता है और लगभग 30 मिलियन टन स्क्रैप का उत्पादन इंडियन इंडस्ट्रीज द्वारा किया जा रहा है। इसलिए, जैसे-जैसे हम डिजिटल युग की ओर बढ़ रहे हैं, हमारे सामने एक बड़े अवसर का दरवाजा खुलता जा रहा है। स्क्रैबिड को अपने शुरुआती दौर में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है- जैसे 
1. ग्रास रुट स्क्रैप डीलर्स के बीच जागरूकता या अशिक्षा का अभाव जो इस प्लेटफार्म का उपयोग करने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं
2. इस व्यापार में नकद लेनदेन का अधिक चलन है
3. रिमोट रीजंस में कम डाटा कनेक्टिविटी भी एक बड़ी चुनौती है।

2. क्या आपकी नए बाजारों से जुड़ने जैसी कोई योजना है? यदि हां, तो वे क्या हैं और उनका टाइम स्केल क्या है?
उत्तरः फिलहाल हम स्क्रैबिड को एक सफल स्क्रैप ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाने की तरफ ही अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लेकिन निश्चित रूप से हमारे पास एक या दो साल बाद नए बाजार में प्रवेश करने की योजना जरूर है।

3. उत्पाद के लिए बाजार कितना बड़ा है? यह कितनी तेजी से बढ़ रहा है? क्या आप इसे एक स्थिर बाजार समझते हैं
उत्तरः हमारी सर्विसेस के लिए मार्केट काफी बड़ा है! हर इंडस्ट्री यूनिट या थोक स्क्रैप बनाने वाले संस्थान और रीसाइकिं्लग इंडस्ट्रीज, पिघलाने वाली भट्टियां या स्क्रैप डीलर जैसे खरीदार हमारे ग्राहक हैं।
औद्योगीकरण और ग्लोबल ट्रेड में वृद्धि के साथ, स्क्रैप सेक्टर भी एक साथ बढ़ेगा और हमारे देश के मौजूदा स्थिति को देखते हुए बात करें तो हम एक संभावित अग्रणी रीसाइकिं्लग राष्ट्र के रूप में उभर रहे हैं, जिस वजह से हमारी सेवा के लिए एक बड़ा बाजार तैयार हो रहा है। कुल मिलाकर देखें तो स्क्रैप मार्केट को स्थिर माना जा सकता है, हालांकि स्क्रैप मैटेरियल्स की कीमतें, ख़ास तौर से फेरस स्क्रैप में तमाम कारणों की वजह से बहुत बड़ा उतार चढ़ाव देखने को मिलता है।

4. अगले छह से 12 महीनों में सफलता के लिए आपके मेन मैट्रिक्स क्या हैं?
उत्तरः हमारे प्रमुख मैट्रिक्स हैं-
1. बड़ी इंडस्ट्रियल यूनिट्स/ एमएनसीस को इस प्लेटफॉम्र्स के माध्यम से उनके वार्षिक कॉन्ट्रैक्टस बेचने के लिए प्रोत्साहित करना।
2. कई इंडस्ट्रीज और स्क्रैप ट्रेडर्स को कैप्चर करके इस प्लेटफॉर्म के तहत छोटे स्तर के स्क्रैप ट्रेड से जोड़ना।
3. इस प्लेटफार्म को जितना हो सके आसान बनाना जो किसी के द्वारा भी उपयोग किया जा सके। यूजर इंटरफ़ेस में सुधार किया जाएगा और अधिक भाषाओं को जोड़ा जाएगा।

5. इन्वेस्टर्स कौन हैं? क्या वे एक एक्टिव रोल प्ले कर रहे हैं?
उत्तरः हमारे इन्वेस्टर मुख्य रूप से इंडस्ट्रियल बैकग्राउंड से आते हैं और नेटवर्किंग, मार्केट रिसर्च और एनालिसिस में हमारी मदद करते हुए एक सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्होंने इस प्लेटफार्म को बनाने में बहुत मदद की है। हमारे निवेशक होने के अलावा, वे हमारे ग्राहक भी होंगे। 
6. आपके ग्रोथ टार्गेट्स को पूरा होने से रोकने वाले तीन मुख्य मुद्दे क्या हो सकते हैं?
उत्तरः हमारे प्लेटफ़ॉर्म का केवल बीटा वर्जन अभी लाइव है और इसमें फिलहाल लिमिटेड सुविधाएं ही हैं। लेकिन जल्द ही हम इसमें कुछ मुख्य विशेषताओं को भी जोड़ेंगे और उसके बाद ही हम इसके ग्रोथ का एनालिसिस सकते हैं।
7. आपको इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए किस चीज़ ने प्रोत्साहित किया?
उत्तरः मैंने हमेशा कुछ बड़ा और महत्वपूर्ण करने का सपना देखा है। मेरे पास रचनात्मकता और समस्या सुलझाने के कौशल का एक अनोखा मिश्रण है। भारत में विशेष रूप से इंडस्ट्रियल जोन्स में स्क्रैप ट्रेड के मौजूदा हालातों को देखते हुए बात करें तो स्क्रैप ट्रेड से जुड़ी कई समस्याएं हैं जैसे कि अनऑर्गनाइज्ड ट्रेड, ट्रांस्पिरेन्सी की कमी, स्क्रैप माफियाओं का शामिल होना है, इन चुनौतियों को अवसर में परिवर्तित किया जा सकता है और इसी चीज ने मुझे इस सेक्टर में काम करने के लिए प्रेरित किया। इसलिए, यहां मुझे उद्यमिता की दुनिया से जुड़ने और कुछ ऐसा करने का मौका मिला जो देश के लिए भी योगदान दे सके।
8. स्टार्ट अप इंडिया के तहत कई स्टार्ट अप शुरू हुए और बंद हुए, आपको क्या लगता है कि इन असफलताओं के पीछे का कारण हो सकता है?
उत्तरः वैसे इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे
1. मार्केट रिसर्च और एनालिसिस की कमी।
2. प्रोडक्ट/सर्विस का जटिल होना, जो बाजार चाहता है उसके अनुकूल होना।
3. धैर्य या पर्याप्त फण्ड की कमी।
4. मार्केट ट्रेड्स और सरकार की नीतियों में बदलाव।
9. क्या आप आने वाले वर्षों में स्क्रैप मार्केट में स्क्रेबिड को एक माइलस्टोन के रूप में देखते हैं?
उत्तरः जरूर, क्यों नहीं। अगर आप इस सेक्टर को वो देने में कामयाब होते हैं जिसकी इसे असल में जरूरत है और हमारे ग्राहकों द्वारा इसे पसंद किया जाता है, तो बेशक स्केबिड, स्क्रैप ट्रेडिंग इंडस्ट्री में एक लीडिंग प्लेटफार्म के रूप में देखा जा सकता है।

10.ScraBid CM Start up योजना के तहत आया, आप इस बारे में क्या कहना चाहेंगे? उत्तरः खैर, स्क्रैबिड सीएम स्टार्टअप योजना एचपी के तहत जून 2018 के महीने में पंजीकृत किया गया था और हमने इस योजना के तहत जेपी विश्वविद्यालय, सोलन से ऊष्मायन प्राप्त करना शुरू किया। एक युवा उद्यमी के रूप में, मुझे वास्तव में विश्वास है कि राज्य सरकार इस योजना के तहत बहुत सारे अद्भुत प्रोत्साहन प्रदान कर रही है जो निश्चित रूप से राज्य में एक शानदार स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के निर्माण में मदद करेगी। यह भविष्य के जॉब क्रिएटर्स के लिए एक ठोस आधार तैयार करेगा।
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