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गुरुवार, 28 मार्च 2019

ज़नरूफ टेक ने आईपीजीसीएल सोलर टेंडर 2019 हासिल किया

दिल्ली में सबसे कम दर पर सोलर उपलब्ध कराने वाली कंपनी बनी

दिल्ली : एक अनुमान के मुताबिक, भारत के 1.3 अरब लोगों में से 24 करोड़ लोग अभी भी बिना बिजली के जिंदगी बिता रहे हैं। लेकिन बिजली विकास को गति प्रदान करती है, इसलिए देश अब हजारों गांवों को बिजली से जोड़ने के लिए प्रयासरत है। वर्तमान सरकार 2019 तक बिना बिजली वाले घरों को बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध है। सौर ऊर्जा क्षेत्र एक ऐसा महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसके लिए सरकार ने वर्ष 2022 तक 100 गीगावॉट सौर उर्जा उपलब्ध कराने का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।

इस मिशन को ध्यान में रखते हुए आईपीजीसीएल (दिल्ली में राज्य नोडल एजेंसी) ने हाल ही में दिल्ली में घरेलू सोलर इंस्टालेशन लगाने के लिए एक निविदा जारी किया था, जिसे होम टेक सोलर रूफटॉप इंस्टॉलर, ज़नरूफ ने  हासिल किया है, और ज़नरूफ राज्य में सबसे कम कीमत पर सौर उर्जा उपलब्ध कराने वाली कंपनी बन गई है। ज़नरूफ ने जो रेट दिया है वह 2019 में दिल्ली में किसी भी ग्राहक को दी जाने वाली सबसे कम अपफ्रंट सब्सिडी होगी। इस स्टार्टअप को पिछले साल श्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री, भारत सरकार द्वारा युवा उद्यमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया, जिसे ज़नरूफ के संस्थापक और सीईओ, श्री प्राणेश चैधरी द्वारा प्राप्त किया गया था। 

निविदा के बारे में बताते हुए, श्री प्राणेश चैधरी कहते हैं कि “यह सफलता भारत को सौर उर्जा से लैस करने के लिए समर्पित हमारी टीम के प्रयासों का सम्मान है, और हम संबंधित कार्य  को गुणवत्ता, संतुष्टि और समय के साथ पूरा करने के लिए तत्पर हैं। भारत में सौर रूफटॉप पैनल स्थापित करके, ज़नरूफ ऊर्जा निगरानी और रूफटॉप इंस्टालेशंस के जरिये शहरी भारत के बिजली के खर्च को कम करता है। ज़नरूफ भारत की सबसे बड़ी सोलर रूफटॉप कंपनी है, जो वर्तमान में घरों और छोटे व्यवसायों के लिए कारगर है और जिसके 1 लाख से अधिक खुशहाल ग्राहक हैं।‘‘

सौर उर्जा में हमारी बढ़ती ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने की क्षमता है और केंद्र सरकार घरेलू सौर उद्योग के विकास में तेजी लाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। 100 गीगावॉट सौर क्षमता के लक्ष्य को हासिल करने और 2022 तक घरेलू सौर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ठोस पहल करने की जरूरत है। सरकार की इन पहलों में शामिल होकर ज़नरूफ उपभोक्ताओं को बाधारहित सेवा-अनुभव देने के लिए अपनी तकनीक को लगातार अपडेट कर रहा है। इन उपभोक्ताओं में दोनों तरह के लोग शामिल हैं - जिन्होंने अपने घरों में सोलर लगा लिया है और जो सोलर लगाने की योजना बना रहे हैं। कंपनी द्वारा बनाये गये एक इंटरेक्टिव ऐप की आजकल बाजार में चर्चा है क्योंकि यह उपभोक्ताओं को परेशानी मुक्त समाधान देता है, जो उपभोक्ताओं की उंगलियों से ही संभव है। बस एक बटन पर टैप करके और क्लिक करके, उपभोक्ता अपने रूफटॉप सोलर इंस्टालेशन को आसानी से देख सकते हैं और उसका रखरखाव कर सकते हैं।

शनिवार, 23 मार्च 2019

डिश टीवी का हिंदी भाषी क्षेत्रों के ग्राहकों के लिये क्रिकेट टु सीरियल- ऑल इन वन पैक

  • डिश टीवी पर "भारत क्रिकेट कॉम्बो" ऑफर और डी2एच पर "वैल्यू कॉम्बो्" ऑफर लॉन्च किया, इसकी पेशकश एक अनूठे ऐडवांस रिक्वेस्ट ऐड-ऑन 'इंडिया क्रिकेट' के साथ की गई है, ताकि दर्शकों को बिना किसी परेशानी के क्रिकेट देखने का आनंद दिया जा सके 
  • नया प्लान प्रीमियम हिन्दी चैनलों की पेशकश करता है, जिन्हें फ्री डिश प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया है
नई दिल्ली : दुनिया की सबसे बड़ी सिंगल-कंट्री डीटीएच कंपनी डिश टीवी इंडिया लिमिटेड ने अपने दोनों ही ब्रांड्स के लिये नये ऑफर्स की घोषणा की है। इन नये एक्विजिशन ऑफर्स के साथ कंपनी इंडस्ट्री में एक मिसाल कायम करने के लिये तैयार है। हाल ही में कई एन्टरटेनमेंट चैनलों को फ्री डिश से हटा दिया गया है और इन ग्राहकों को मनोरंजन के उनके दैनिक खुराक की जरूरत है। इन ग्राहकों को फायदा पहुंचाने के लिये डिश टीवी पर 'भारत क्रिकेट कॉम्बो' और डी2एच पर  "वैल्यू कॉम्बो्"  की पेशकश की गई है। क्रिकेट प्रेमियों के लिये ये नये एक्विजिशन ऑफर्स बेहद किफायती हैं और ये तीन महीनों के लिये क्रमश: 1270 रूपये और 1292 रूपये कर रहित की कीमत में उपलब्ध हैं। इन ऑफर्स ने बाजार में धमाल मचा दिया है और इससे पिछले कुछ दिनों में नये ग्राहकों की संख्या दोगुनी और मौजूदा ग्राहकों की संख्याा तीन गुणा तक बढ़ गई है।

इस ऑफर के अंतर्गत, कंपनी द्वारा डिश टीवी पर 'इंडिया क्रिकेट सर्विस' और डी2एच पर 'इंडिया क्रिकेट' की पेशकश की जा रही है, जोकि एफटीए चैनलों और इंफोटेनमेंट, ड्रामा, डिवोशनल, न्यूज, म्यूजिक एवं मूवीज सहित मशहूर हिन्दी चैनलों के साथ एक ऐड-ऑन/सर्विस है। इंडिया क्रिकेट सर्विस एक ऐडवांस रिक्वेस्टर आधारित  ऐड-ऑन/सर्विस  है, जो  भारतीय मेन्स/ क्रिकेट टीम के सभी तीनों फॉर्मेट्स (ओडीआइ, टी20 और टेस्ट मैचों) के मैचों का प्रसारण करती है। इसके साथ ही, दर्शक अपनी पसंद के अनुसार सेट टॉप बॉक्सस एवं फ्री इंस्टॉ लेशन ऑनली सहित और भी ऐड-ऑन्स एवं बुके सर्विस को चुन सकते हैं।

इस घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त- करते हुये श्री अनिल दुआ, ग्रुप सीईओ, डिश टीवी इंडिया लिमिटेड ने कहा, "ग्राहकों  को किफायती कीमत में अधिकतम मनोरंजन उपलब्ध कराने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुये, हमें क्रिकेट के शौकीनों के लिये हमारे दोनों ब्रांड्स पर बेहद आकर्षक ऑफर्स की घोषणा करते हुये बेहद खुशी हो रही है। नये ऑफर्स का उद्देश्य मास एन्टनरटेनमेंट और मूवी चैनलों के साथ क्रिकेट देखने का एक समस्या मुक्त अनुभव प्रदान करना है। हमें उम्मीद है कि इससे खासतौर से ग्रामीण बाजारों और हिन्दी भाषी क्षेत्रों में नये ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने में मदद मिलेगी।"

इस नई सर्विस को ऐक्टिवेट कराने के लिये ग्राहक अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 18003157698 पर कॉल कर एक ऐडवांस रिक्वेस्ट कर सकते हैं। डी2एच ग्राहकों के लिये, ऐड-ऑन को 18003150002 पर मिस्डर कॉल कर ऐक्टिवेड कराया जा सकता है।

ऊषा ने पंखों के लिये नये एयरो स्विच रिमोट कंट्रोल पेश किये

राष्‍ट्रीय : भारत की एक अग्रणी हाउसहोल्‍ड कंज्‍यूमर ड्यूरेबल्‍स कंपनी ऊषा इंटरनेशनल ने पंखों के लिये नये एयरो स्विच रिमोट कंट्रोल को लॉन्‍च किया है।

ऊषा एयरो स्विच अपनी तरह का पहला अनूठा रेट्रोफिट रिमोट कंट्रोल है, जिसे आधुनिक ग्राहकों की जरूरतों को सुविधा एवं सहूलियत के साथ पूरा करने के लिये सीलिंग फैन्‍स के लिये बनाया गया है। इसे खासतौर से बुजुर्गों और तकनीक के शौकीनों की सुविधा के अनुसार डिजाइन किया गया है। ऊषा का यह नवीनतम नवाचार किसी भी सीलिंग फैन को एक‍ रिमोट कंट्रोल फैन में बदल देता है और इसकी रफ्तार को कम ज्‍यादा करने में सक्षम बनाता है। इतना ही नहीं, घरों एवं होटलों में एक अनूठा एवं बेहतर अनुभव देने के लिये, रिमोट को एर्गोनॉमिक तरह से ऐसे डिजाइन किया गया है कि यह आपकी हथेली में बिल्‍कुल फिट बैठता है और पांच लेवल्‍स तक के स्‍पीड को बेहतरीन नियंत्रण देता है। रिमोर्ट कंट्रोल बेहद सहूलियत प्रदान करता है और इसमें सुचारू परिचालन, बीप फ्री, साइलेंट परिचालन के लिये बटन्‍स जैसी खूबियां भी हैं। इस रिमोट कंट्रोल पर छह महीनों की वारंटी दी गई है। ऊषा एयरो स्विच को किसी भी पंखे को रिमोट कंट्रोल्‍ड फैन बनाने के लिये अलग से खरीदा जा सकता है या फिर देश भर में ऊषा फैन्‍स की नई रेंज के साथ यह उपलब्‍ध है। इसकी कीमत सिर्फ 890 रूपये है।  

आदर्श पवित्र नगरी बने उज्जैन - ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि

  • क्या है पवित्रता
  • क्यों बनाएं उज्जैन को पवित्र नगरी 
  • मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री से की अपील
पवित्र अर्थात हर तरह से शुद्ध स्वभाव, कर्म, मन सभी की शुद्धता ही पवित्रता हैं साफ सफाई के साथ-साथ विचारों की शुद्धता पवित्रता लाती है, किसी स्थान की पवित्रता वहां के इतिहास से नहीं बल्कि स्थान पर किये गए आचरण से होती है। ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि ने कहा कि हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार हमारी आत्मा को मुक्ति दिलाने के लिए पांच मार्ग निश्चित किये गए हैं। जिनमे से एक धार्मिक नगरी तीर्थ स्थानों पर निवास और मुक्ति के लिए पवित्र नदियों के स्नान को विशेष महत्व दिया गया हैं। 

वे धर्म नगरी जहाँ के निवास मात्र से ही सभी पुण्यफल प्राप्त हो जाते हो, वह वास्तव में पवित्र स्थान है  भारत में 7 ऐसे शहर है जिन्हें पवित्र उत्तम फल देने वाले माना गया है। इन सात मैं से एक नगर है उज्जयनी, जिसे हम उज्जैन कहते है। ऊर्जा गुरु ने कहा कि भगवान् महावीर की तपस्थली उज्जैन है, श्री कृष्णा ने जिस नगर में शिक्षा ग्रहण की हो, जहां प्रभु महाकाल का शासन चलता हो वह स्थान तो पवित्र है ही, किन्तु इस स्थान को हमेशा पवित्र बनाएं रखने की जिम्मेदारी हमारी हैं।  अरिहंत ऋषि ने कहा उज्जैन को पृथ्वी की नाभि कहा गया है। उज्जैन में बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रसिद्ध महांकाल विराजते है। यहां कृष्णा ने शिक्षा प्राप्त की है। इस नगरी में ही हरसिद्धि शक्तिपीठ स्थापित है। यह वही शहर है जहाँ हरिश्चंद्र ने अपनी ही पत्नी से अपने पुत्र की मृत्यु पर निर्धारित कर और कफन मांग लिया था। उज्जैन देवभूमि कहलाती है। यह नगरी सहस्त्रार्जुन की राजधानी रह चुकी है और इस शहर के मध्यभाग से ही पवित्र नदी शिप्रा बहती है इसके तट पर महाकुंभ आयोजित किया जाता हो वह नगरी जहां की धरती पर कदम रखकर ही पुण्यलाभ प्राप्त किया जा सकता हो उस नगर की पवित्रता को प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। ऊर्जा गुरु ने कहा कि धार्मिक पुराणों में भी इसका वर्णन है। 

ऊर्जा गुरु ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार तो उज्जैन एक पवित्र तीर्थ नगरी है ही किन्तु हम चाहते है कि इसे भारत की आदर्श पवित्र नगरी बनाया जाए । उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश सरकार से अपील कर रहे है कि उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित किया जाए और यहाँ हर तरह से पवित्रता हो। यहां शुद्धता का विशेष खयाल रखा जाए। साफ सफाई के साथ-साथ सात्विक भोजन और सात्विक आचरण हो मांस मदिरा जहाँ वर्जित हो एक ऐसी धार्मिक नगरी के रूप में उज्जैन को पहचान दिलाई जाए स उन्होंने कहा कि हम पत्र के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथजी से अनुरोध कर रहें हैं कि वे उज्जैन को जल्द से जल्द पवित्र नगरी का दर्जा दिलवाएं। इस मिशन को लेकर ऊर्जा गुरु 10 अप्रैल को उज्जैन पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह श्रद्धालुओं की आस्था का सवाल है। अरिहंत ऋषि ने इस और भी इशारा किया कि अगर सरकार ने उनकी अपील पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन भी हो सकता हैं ।

ऊर्जा गुरु ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार तो उज्जैन एक पवित्र तीर्थ नगरी है ही किन्तु हम चाहते है की इसे भारत की आदर्श पवित्र नगरी बनाया जाए। उन्होंने कहा की हम सरकार से अपील कर रहे है कि उज्जैन को पवित्र नगरी घोषित किया जाए और यहाँ हर तरह से पवित्रता हो । यहां शुद्धता का विशेष खयाल रखा जाए । साफ सफाई के साथ-साथ सात्विक भोजन और सात्विक आचरण हो मांस मदिरा जहाँ वर्जित हो एक ऐसी धार्मिक नगरी के रूप में उज्जैन को पहचान दिलाई जाए ।

बुधवार, 20 मार्च 2019

पीआर 24X7 ने किया समाज के अनछुए वर्गों को सम्मानित

  • सैनिक परिवार, थर्ड जेंडर और चतुर्थ श्रेणी सरकारी कर्मचारी को किया सम्मानित
  • कंपनी के एक कर्मचारी ने निभाया वायुसेना के विंग कमांडर अभिनन्दन वर्धमान का किरदार
  • भेंट किए गए शॉल, सर्टिफिकेट व उपहार

इन्दौर : पब्लिक रिलेशन सेक्टर की प्रमुख कंपनी पीआर 24X7 नेटवर्क लिमिटेड वर्ष 1999 से देश के कई नए प्रोडक्ट्स व कंपनियों को एक ब्रांड के रूप में तब्दील कर चुकी है। अपने क्लाइंट्स को रिसर्च बेस्ड सर्विस उपलब्ध कराने के साथ उन्हें सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने के लिए कंपनी अपने मजबूत मीडिया रिलेशन्स का इस्तेमाल करती है, जिसके अंतर्गत प्रिंट व ऑनलाइन मीडिया प्लेटफॉम्र्स का एक व्यापक समूह शामिल है। कंपनी अपनी क्रिएटिव प्लानिंग्स और इवैल्यूएशन टेक्निक्स की बदौलत देश की कुछ गिनी-चुनी पीआर कंपनियों की लिस्ट में शीर्ष पर बने रहने में सफल रही है।

हाल ही में पीआर 24X7 ने इंदौर स्थित कैफे भड़ास पर एक निजी कार्यक्रम के अंतर्गत समाज के उन अनछुए वर्गों को सम्मानित करने का काम किया, जिनके बारे में कम ही चर्चा सुनने को मिलती है। कार्यक्रम में ख़ास मेहमानों के तौर पर तीन अलग-अलग क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले सामान्य वर्ग के लोगों को आमंत्रित किया गया। जिनमें पुलवामा हमले के दौरान मौके पर मौजूद रहे जवान सुनील सेन की पत्नी श्रीमती सविता सेन, थर्ड जेंडर के लिए कार्य करने वाली सामजिक कार्यकर्ता आशा दीदी और चतुर्थ श्रेणी की सरकारी कर्मचारी, नगर निगम इंदौर की सफाईकर्मी श्रीमती विद्या कल्याण शामिल रही। कार्यक्रम के दौरान तीनों ही मुख्य अथितियों, सविता सुनील सेन, आशा दीदी और विद्या कल्याण को पीआर 24X7 के फाउंडर अतुल मलिकराम द्वारा एक शॉल, सर्टिफिकेट व उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। 

सम्मानित किए जाने के उपरान्त श्रीमती सविता सेन ने कहा कि, ’उन्हें इस बात पर गर्व है कि वह एक सैनिक की पत्नी है। इस प्रकार के आयोजन सैनिकों के परिवार वालों के हौसला अफजाई के लिए बेहद जरुरी हैं। खासकर कॉर्पोरेट जगत की तरफ से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन कम ही देखने को मिलता है।’ इसके अलावा थर्ड जेंडर के लिए काम करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता आशा दीदी और सफाई कर्मचारी विद्या कल्याण जी ने भी सम्मानित किए जाने को लेकर ख़ुशी व्यक्त की।

इस मौके पर कंपनी के फाउंडर अतुल मलिकराम ने कहा कि “एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर हमें उन मुद्दों को उठाने की जरुरत है जिस पर समाज का एक पढ़ा लिखा तबका भी बात करना पसंद नहीं करता है। हमें समाज को कोई मैसेज देने से पहले खुद में भी उन बदलावों को लाने की जरुरत होती है जिनके लिए हम समाज को प्रोत्साहित करने की बात कह रहे हैं। यह हमारी एक कोशिश है, जिसे हम आगे भी जारी रखने का प्रयास करेंगे।“  

कार्यक्रम के दौरान पुलवामा हमले के बाद हुई कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान से वापस लौटे भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनन्दन वर्धमान का किरदार निभाने वाले कंपनी के युवा कर्मचारी सुनील मालवीय भी सभी के आकर्षण का केंद्र रहे। पीआर 24X7 पिछले लंबे समय से इस प्रकार के निजी कार्यक्रमों के जरिये सामाजिक मुद्दों को उठाने और समाज के अनछुए पहलुओं पर जोर देती आई है।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों के प्रति सम्मान की भावना जागृत करना था जिनके मुद्दों को सरकारों से लेकर आम नागरिकों तक, सभी के द्वारा कम ही उठाया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कंपनी ने सीमा पर तैनात सैनिकों के परिवारों, थर्ड जेंडर्स एवं स्वच्छता को सेवा समझने वाले सफाई कर्मचारियों के प्रति समाज को संवेदनशील होने, उनकी मनः स्थिति को समझने और उनके प्रति जिम्मेदार बनने का सन्देश दिया है।   

सीएआई का यूनिक एजुकेशनल स्ट्रक्चर बनाए करियर को सबसे बेहतर


  • अनुभवी टीचर्स के साथ क्लियर करें 8वीं से 12वीं तक का सारा कांसेप्ट  
  • जेईई, नीट व सीए-सीएस जैसे कॉम्पिटेटिव एक्ज़ाम्स की विश्वस्तरीय तैयारी 
  • एक्सीलेंट कंटेंट के साथ पीएलएस (पर्सनलाइज्ड लर्निंग सिस्टम) को बढ़ावा
  • एटिट्यूड, एफिशिएंसी, रैंकिंग, सेल्फ डेवलपमेंट और पर्सनालिटी डेवलपमेंट जैसे स्किल्स का मिश्रण  


इन्दौर : सीएआई ग्रुप का एजुकेशनल हब श्करियर एम्पलीफिकेशन इंस्टिट्यूट इंदौर, एजुकेशन सेक्टर में कई ख्यातियाँ प्राप्त करने के बाद अब एक बिल्कुल नए और यूनिक एजुकेशनल स्ट्रक्चर के साथ उतर रहा है, जहां स्टूडेंट्स को एक्सीलेंट कंटेंट उपलब्ध कराए जाने के साथ पीएलएस (पर्सनलाइज्ड लर्निंग सिस्टम) को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। यहां एक छत के नीचे ही छात्र-छात्राओं को अनुभवी टीचर्स के साथ 8वीं से 12वीं तक का एक मजबूत बेस तैयार करने और जेईई, नीट व सीए-सीएस जैसे कॉम्पिटेटिव एग्ज़ाम की विश्वस्तरीय तैयारी करने का मौका मिलता है। संस्था का प्रमुख आफिस 149-150 रेवेन्यू नगर, अन्नपूर्णा मेन रोड, दरगाह के सामने, इंदौर में हैं एवम इसकी बा्रंच अन्नपूर्णा, आरएनटी मार्ग, विजय नगर, सागौर कुटी, पर भी मौजूद हैं।  

सीएआई अपने स्टूडेंट्स को लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट्स की सुविधा भी देती है। 

संस्था का लक्ष्य भारत की सर्वश्रेष्ठ इंटीग्रेटेड इंस्टीट्यूट्स में शामिल होना है, जो सम्पूर्ण एजुकेशन सेक्टर की सबसे सटीक और अन्य संस्थानों से अलग जानकारियां मुहैया कराने में विश्वास रखती है। वहीं सीएआई स्टूडेंट्स के परफॉरमेंस को बेहतर बनाने के साथ उनके एटिट्यूड, एफिशिएंसी, रैंकिंग, सेल्फ डेवलपमेंट, पर्सनालिटी, इफेक्टिवनेस, मोरल वैल्यूज और एथिक्स को भी बेहतर बनाने के मिशन और ऑब्जेक्टिव के साथ आगे बढ़ रही है। सीएआई इंदौर एक इंटीग्रेटेड कोचिंग इंस्टिट्यूट के रूप में प्रसिद्ध है, जिसके पास एक उच्च अनुभवी मेंटर्स की टीम मौजूद है, जो उपयुक्त कंटेंट देने की क्षमता तो रखते ही हैं, साथ ही लगभग हर बार अपने स्किल्स का हुनर रिजल्ट के रूप में पेश करने में भी कामयाब रहे हैं। 

सीएआई प्रमोटर सीए आकाश मित्तल के मुताबिक, ष्किसी भी बड़े मुकाम को हासिल करने के लिए हमें शुरू से ही कड़ी मेहनत और विज़न को साफ रखना होता है। बच्चों का बेस मजबूत हो तो उन्हें कॉम्पिटिटिव एक्ज़ाम्स को क्रैक करने में आसानी हो जाती है और पहली बार में ही बेहतर परिणाम देखने को मिलते हैं। हम सीएआई में बच्चों को स्कूली एजुकेशन का कांसेप्ट क्लियर कराने के साथ उन्हें आगे भविष्य के लिए भी तैयार कर रहे हैं, ताकि वह अपने भविष्य को सशक्त बनाने में खुद की मदद कर सकें।  

एक अन्य प्रमोटर सीए अक्षत बहेती के मुताबिक, ष्एग्जाम के पहले ज्यादातर स्टूडेंट्स की आदत होती है कि वो तैयारी के लिए अलग-अलग किताबें पढ़ते हैं, लेकिन नीट या जेईई जैसे एक्ज़ाम्स की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को इस बात का ध्यान नहीं रहता कि ज्यादा तरह की किताबों को पढ़ने से दिमाग भटकता है और वह कंसन्ट्रेट नहीं कर पाते हैं। हम अपने कोचिंग इंस्टिट्यूट में इन सारी बातों का ख्याल रखते हैं और उन्हें एक्ज़्ााम्स से आगे इंटरव्यूज के लिए भी तैयार करते हैं। 

सीआईए फैकल्टीज के साथ एक महत्वपूर्ण चीज यह भी है कि वह अपने-अपने सब्जेक्ट्स की डीप नॉलेज रखने के साथ स्टूडेंट्स को थ्यौरी और प्रेक्टिकल दोनों का सम्पूर्ण मिश्रण देते हुए उन्हें अपने प्रभावशाली व्यक्तिगत शिक्षण प्रणाली के माध्यम से एक बिग स्कोर हासिल करने में सहायक रहते हैं। यहां आपको अपडेटेड एग्ज़ाम पैटर्न, सिलेबस, करंट अफेयर्स आदि के बारे में पूरी जानकारी देने का वादा किया जाता है.।

पहली बार जैन संत जुड़े विहिप से


  • ऊर्जा गुरु जुड़े विहिप से 
  • इतिहास में पहली बार जैन संत को मिला विहिप में स्थान 
  • विहिप का मुख्य उद्देश्य


विश्व हिन्दू परिषद् के केंद्रीय संत मार्गदर्शक  मंडल में पहली बार किसी संत को स्थान मिला है l महामना आचार्य सम्राट कुशाग्रनंदी जी महाराज के आत्मीय शिष्य ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि जी को विहिप में शामिल किया गया है | इसकी घोषणा प्रान्त संगठन मंत्री ब्रज किशोर भार्गव ने की l इस घोषणा के दौरान विश्व हिन्दू परिषद् के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय भी मौजूद रहे l ऊर्जा गुरु के संगठन से जुड़ने पर उन्होंने ख़ुशी व्यक्त की और कहा की उम्मीद है संगठन को एक नयी ऊर्जा मिलेगी l 

विहिप के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी जैन संत को मंडल में स्थान दिया गया हो l  उल्लेखनीय है मोटिवेशनल स्पीकर ऊर्जा गुरु  ऐसे कार्य कर चुके है जो पहले इतिहास में दर्ज नहीं थे l  ऊर्जा गुरु के नाम पर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दो रिकार्ड्स दर्ज है l साथ ही गोल्डन बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में भी एक बार अपना नाम दर्ज करवा चुके है l 

विहिप का मुख्य उद्देश्य धर्म की स्थापना, धर्म का प्रचार-प्रसार, सामजिक समरसता, धर्म की रक्षा और संस्कृति का संवर्धन है l   ऊर्जा गुरु अरिहंत ऋषि का विहिप से जुड़ने से युवा वर्ग  भी विहिप के प्रति आकर्षित होगी l  एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में ऊर्जा गुरु की पहुंच  लाखों युवाओ तक है l  विहिप के संग अरिहंत ऋषि का जुड़ना सर्वधर्म समभाव की भावना को भी बढ़ावा देता है l  

ऊर्जा गुरु भले ही एक जैन संत हो लेकिन उनकी पहुंच जन-जन  तक है l  योग और ध्यान के साथ ऊर्जा गुरु ने हमेशा अच्छी शिक्षा की बात की है l उनका मानना है की धर्म भी विज्ञान से अलग नहीं होता है और उन्होंने युवाओ को हमेशा धर्म की सीख देते हुए विज्ञान से जोड़ने की अद्भुत पहल की है l जिसकी वजह से लाखों युवाओं तक उनकी पहुंच है और लगातार इसमें बढ़ोत्तरी होती जा रही है l

शनिवार, 16 मार्च 2019

बिहार के विभिन्न जिलों में सरकारी योजनाओं के बारे में न्यू इंडिया चौपाल रोड शो आयोजित किया गया

बिहार : विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को उजागर करने के लिए न्यू इंडिया चौपाल रोड शो कार्यक्रम का आयोजन खगारिया जिलें मरार, रहीमपुर, बोरने और खगारिया में आयोजित किया गया जिसमें 1000 लोगों ने भागीदारी की, गोपालगंज में 10 मार्च तक हुए आयोजन में हजारों लोगों नें, सारन में 4 से 6 मार्च तक हुए आयोजन में 1500 लोगों ने तथा सीवान में 7 से 10 मार्च तक हुए आयोजन में 1200 लोगों ने भागीदारी की। 

इस आयोजन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों को सम्मानित किया गया। इन योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर बनाये गये वीडियो कार्यक्रम स्थल पर दिखाये गये थे। यह बताने के लिए कि लाभार्थियों को इन योजनाओं से कैसे फायदा पहुंचा, लाभार्थियों को मंच पर भी आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक जैसी मनोरंजक गतिविधियों, स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन, एक लकी ड्रॉ और एक ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।

कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक जिले के निवासियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में ब्रोशर और सूचना सामग्री प्रदान की गई थी। एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र के जरिये भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी और रोड शो में शामिल होने वाले लोगों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एक बूथजन की बात नाम से भी बनाया गया था, जहां लोग प्रधानमंत्री के नाम अपना संदेश छोड़ सकते थे।

2019 के फरवरी और मार्च महीने में देश के 318 जिलों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगभग 8,000 ऐसे न्यू इंडिया चौपाल के नाम से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। न्यू इंडिया चौपाल का मुख्य उद्देश्य जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की उपलब्धि यों के बारे में बताना है। इस कार्यक्रम का मुख्य विचार विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उन योजनाओं में स्वययं को नामांकित करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना है।

यह चौपाल सरकार के लिए एक मंच है जिसके माध्य म से सरकार सफलता की कहानियों को उजागर करते हुए इन योजनाओं के लाभों को बताती है और इस तरह अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

गाँव के पानी में मिल रहा है फैक्ट्री का जहर

हरियाणा के सोनीपत में सबोली गाँव में लोग पानी तक पीने से परहेज करते हैं. गाँव के लोग हर कीमत पर गाँव छोड़ना चाहते हैं क्योंकि यहाँ के हर दूसरे-तीसरे घर में कैंसर का एक मरीज है 

न्यूज़ 18 इंडिया की एक खास रिपोर्ट के अनुसार सबोली गाँव के लगभग हर तीसरे-चैथे घर में कोई ना कोई कैंसर से पीड़ित है क्योंकि यहाँ लगी फैक्ट्रियां तेजी से जहर उगलती जा रही हैं। इस वजह से गाँव वाले कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आसानी आ रहे हैं।

यहाँ मौजूद ज्यादातर फैक्ट्रियों के पास फैक्ट्री से निकलने वाले कचरे को नष्ट करने के लिए प्लांट नहीं हैं। वेस्ट मटेरियल को नष्ट करने के लिए फैक्ट्री मालिक बोरिंग कर उसे सीधे जमीन के अंदर डालते जा रहे हैं।लेकिन ये केमिकल धरती के नीचे मौजूद पीने के पानी में घुल रहा है जिसकी वजह से इलाके का पानी जहरीला हो गया है

इस केमिकल में लेड, आयरन, क्रोमियम जैसे खतरनाक है वी मेटल्स होते हैं जिनके शरीर में जाने से कैंसर जैसी बीमारी होती है। सिर्फ पानी में ही नहीं, हवा में भी इंडस्ट्री से उठता धुंआ गाँव के लोगों की सांस में जहर घोल रहा है क्योंकि यहाँ की ज्यादातर फैक्ट्रियों की चिमनियां ऊंचाई पर नहीं हैं।

बताया गया कि जहरीली हवा और पानी से साबोली गांव में बीते एक साल में कैंसर से 15 लोगों ने अपनी जान गंवा दी जब कि करीब 10 लोग कैंसर से पीड़ित हैं. और दावा है कि अगर फैक्ट्रियों को बंद नहीं किया गया तो ये आंकड़ा बढ़ सकता है

ऐसा नहीं है कि सबोली की समस्या पर किसी का ध्यान नहीं गया। एक एनजीओ ने गाँव में पीने के पानी और एयर क्वालिटी की जांच भी करवाई, जिसमें पाया गया कि पानी में कैंसर पैदा करने वाले लेड, आयरन, क्रोमियम जैसे खतरनाक हैवी मेटल्स हैं, जो पानी और हवा के जरिए लोगों के शरीर में बड़ी तेजी से घुसरहेहैं।इस एनजीओ ने एक सर्वे भी करवाया, जिसमें पाया गया कि गाँव के कई लोगों में कैंसर जैसी बीमारी के लक्षण हैं। लेकिन, प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायतों के बाद भी हालात में सुधार नहीं हुआ और लोग बीमार होते गए।

इस बीच सबोली पंचायत ने बेतहाशा प्रदूषण फैला रही फैक्ट्रियों को बंद करवाने की कई कोशिशें की, बड़े अधिकारियों से शिकायतें भी की लेकिन अधिकारियों ने फैक्ट्रियों पर कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि इलाके के सांसद रमेश कौशिक से जब चेनल की टीम ने फैक्ट्रियों के केमिकल से होने वाले प्रदूषण और कैंसर पीड़ितों पर सवाल किए तो वो जल्द कार्रवाई करने के दावे करने लगे।

एक आंकड़े के मुताबिक देश के 21 राज्यों के 153 से ज्यादा जिले आर्सेनिक घुले पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इनमें दिल्ली- एनसीआर, उत्तरप्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और झारखंड सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन जिलों में करीब 1 करोड़ 47 लाख लोग खतरनाक आर्सेनिक घुला पानी पीने को मजबूर हैं। आंकड़े के मुताबिक, देशभर में हर साल कैंसर के करीब 7 लाख नए मरीज सामने आते हैं।जबकि कैंसर से ही करीब 8 लाख लोगों की मौत हर साल होती है दिल्ली में हर एक लाख की आबादी पर करीब 100 लोग कैंसर की जकड़ में हैं। इनमें महिलाओं में स्तन, तो पुरुषों में फेफड़ों का कैंसर सबसे ज्यादा देखने को मिला है।

लेकिन अंत मे सवाल ये है कि जिन्दगी भर इस गाँव में बिताने के बाद लोग अपने घरों को छोड़ कर जाएं तो जाएं कहां?

शुक्रवार, 15 मार्च 2019

फतेहपुर जिले में सरकारी योजनाओं के बारे में न्यू इंडिया चैपाल रोड शो आयोजित किया गया

फतेहपुर, (उत्तरप्रदेश) : विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को उजागर करने के लिए न्यू इंडिया चैपाल रोड शो कार्यक्रम का आयोजन 18 से 21 फरवरी तक फतेहपुर, कोरा, जोहानाबाद और बिन्दकी तहसील के फतेहपुर जिले में किये जायेंगे। जिले के विभिन्न जगहों पर आयोजित रोड शो में अभी तक 4000 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। न्यू इंडिया चैपाल रोड शो फरवरी के अंत तक फतेहपुर जिले के फतेहपुर, लालौली, असोथार, करीकन और खागा में आयोजित किये जायेंगे।

इस आयोजन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों को सम्मानित किया गया। इन योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर बनाये गये वीडियो कार्यक्रम स्थल पर दिखाये गये थे। यह बताने के लिए कि लाभार्थियों को इन योजनाओं से कैसे फायदा पहुंचा, लाभार्थियों को मंच पर भी आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक जैसी मनोरंजक गतिविधियों, स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन, एक लकी ड्रॉ और एक ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक जिले के निवासियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में ब्रोशर और सूचना सामग्री प्रदान की गई थी। एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र के जरिये भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी और रोड शो में शामिल होने वाले लोगों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एक बूथजन की बात नाम से भी बनाया गया था, जहां लोग प्रधानमंत्री के नाम अपना संदेश छोड़ सकते थे।

2019 के फरवरी और मार्च महीने में देश के 318 जिलों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगभग 8,000 ऐसे न्यू इंडिया चैपाल के नाम से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। न्यू इंडिया चैपाल का मुख्य उद्देश्य जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों के बारे में बताना है। इस कार्यक्रम का मुख्य विचार विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उन योजनाओं में स्वययं को नामांकित करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना है।

यह चैपाल सरकार के लिए एक मंच है जिसके माध्यम से सरकार सफलता की कहानियों को उजागर करते हुए इन योजनाओं के लाभों को बताती है और इस तरह अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

अमरोहा जिले में सरकारी योजनाओं के बारे में न्यू इंडिया चैपाल रोड शो आयोजित किया गया

अमरोहा, उत्तरप्रदेश : विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को उजागर करने के लिए न्यू इंडिया चैपाल रोड शो कार्यक्रम का आयोजन अमरोहा में किया गया। जिले के धनौरा और बछराओन सब डिविज़न में 25 फरवरी से 2 मार्च तक हुए रोड शो में 3200 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। न्यू इंडिया चैपाल रोड शो मार्च के दूसरे हफ्ते तक जिले के विभिन्न गांव और कस्बो में आयोजित किया जायेगा।

इस आयोजन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों को सम्मानित किया गया। इन योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर बनाये गये वीडियो कार्यक्रम स्थल पर दिखाये गये थे। यह बताने के लिए कि लाभार्थियों को इन योजनाओं से कैसे फायदा पहुंचा, लाभार्थियों को मंच पर भी आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक जैसी मनोरंजक गतिविधियों, स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन, एक लकी ड्रॉ और एक ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक जिले के निवासियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में ब्रोशर और सूचना सामग्री प्रदान की गई थी। एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र के जरिये भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी और रोड शो में शामिल होने वाले लोगों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एक बूथजन की बातनाम से भी बनाया गया था, जहां लोग प्रधानमंत्री के नाम अपना संदेश छोड़ सकते थे।

2019 के फरवरी और मार्च महीने में देश के 318 जिलों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगभग 8,000 ऐसे न्यू इंडिया चैपाल के नाम से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। न्यू इंडिया चैपाल का मुख्य, उद्देश्यी जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की उपलब्धिपयों के बारे में बताना है। इस कार्यक्रम का मुख्य विचार विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उन योजनाओं में स्वययं को नामांकित करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना है।

यह चैपाल सरकार के लिए एक मंच है जिसके माध्यम से सरकार सफलता की कहानियों को उजागर करतेहुए इन योजनाओं के लाभों को बताती है और इस तरह अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

टैफे के जेफार्म सर्विसेज को कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट पहलकर्मी के लिये रुरल मार्केटिंग फोरम एंड अवार्ड्स समारोह में कृषि पुरस्कार से सम्मानित किया गया

चेन्नई : टैफे द्वारा संचालित जेफार्म सर्विसेज को रूरल मार्केटिंग फोरम और अवार्ड्स 2019 में "एग्रीकल्चर इनिशिएटिव ऑफ द इयर" और "इनोवेटिव आइडियाज फॉर रूरल डेवलपमेंट" अवार्ड से सम्मानित किया गया। जेफार्म सर्विसेज, संख्या के आधार पर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ट्रैक्टर निर्माता, टैफे (ट्रैक्टर्स एंड फार्म इक्विपमेंट लिमिटेड) का ट्रैक्टर और कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने वाला प्लेटफार्म है। इन शीर्ष सम्मानों के अलावा, टैफे को सामाजिक पहलकर्मी के लिये ऑर्गनाइजेशन विद बेस्ट सीएसआर प्रैक्टिसेज फॉर रूरल डेवलपमेंट के रूप में मान्यता पत्र प्रदान किया गया।

टैफे का जेफार्म सर्विसेज एक सामाजिक (सीएसआर) पहल है, जो ‘कल्टिवेटिंग द वर्ल्ड’ की इसकी सोच से संचालित है, और इस पहल का उद्देश्य पूरे भारत में किसानों के जीवन को समृद्ध बनाना है। भारत में 80 प्रतिशत से अधिक भूमि छोटे और सीमांत किसानों के पास हैं, जो अधिकतर ट्रैक्टरों या उपकरणों को खरीदने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए टैफे का जेफार्म सर्विसेज ऐप इन किसानों को सीधे अपने किसान-से-किसान-तक (एफ2एफ) प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रैक्टर मालिकों और कस्टम हायरिंग सेंटरों (सीएचसी) से जोड़ती है, जिससे गुणवत्ता, निर्भरता और समय पर डिलीवरी पर ध्यान केंद्रित करते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी किराये की प्रक्रिया की सुविधा मिलती है।

जेफार्म सर्विसेज किसानों और किरायेदारों को कृषि उपकरण का विस्तृत रेंज प्रदान करता है और उन्हें कीमत के बारे में बातचीत करने और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीधे जोड़ता है। इस अग्रणी मंच के साथ, टैफे किसानों की आय को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी-आधारित साझा अर्थव्यवस्था के फायदे उपलब्ध कराता है।

जेफार्म सर्विसेज एंड्रायड ऐप के माध्यम से या टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-4-200-100/1800-208-4242 पर संपर्क करके किसान ट्रैक्टर और उपकरण किराये पर ले सकते हैं। यह ऐप विभिन्न क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में काम करता है और इसे कम लागत वाले एंड्रॉइड फोन में भी उपयोग में लाया जा सकता है। ऐप की डिजाइन ऐसे की गई है कि यह बहुत कम डेटा पर भी चल सके। जेफार्म सर्विसेज ऐप, डिजिटल इंडिया की पहल का शानदार उदाहरण है, जो भारतीय कृषि को लाभ पहुंचाने के लिए तैयार किया  है। टैफे की यह सेवा भारतीय किसानों के डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी और नये ग्रामीण उद्यमियों की एक नई नस्ल तैयार करेगी और रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर उपलब्ध करायेगी।

यह पहल 2017 में अपनी स्थापना के बाद से किराये पर लिये गये कृषि उपकरणों के उपयोग में 405,000 से अधिक घंटो के लिये सफलता पूर्वक इस्तेमाल हो चुका हैं और भारत के 10 राज्यों के 85,000 से अधिक किसानों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर चुकी है। वर्तमान में, जेफार्म सर्विसेज राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में उपलब्ध है, और सभी के लिए कृषि उपकरणों को व्यवहारिक तौर पर उपयोग करने में आसान और सस्ता बनाती है। जेफार्म सर्विसेज, कुछ ही समय में भारत का ट्रैक्टर और कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने वाला अग्रणी प्लेटफॉर्म बन गया है।

शुक्रवार, 8 मार्च 2019

मुरादाबाद जिले में सरकारी योजनाओं के बारे में न्यू इंडिया चौपाल रोड शो आयोजित किया गया


मुरादाबाद, उत्तर प्रदेशरू विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को उजागर करने के लिए न्यू इंडिया चौपाल रोड शो कार्यक्रम का आयोजन 17 और 18 फरवरी को मुरादाबाद जिले के ठाकुरद्वारा और मुरादाबाद तहसील में किया गया।

मुरादाबाद जिले के विभिन्न स्था्नों पर आयोजित रोड शो में 1600 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। इस आयोजन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों को सम्मानित किया गया। इन योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर बनाये गये वीडियो कार्यक्रम स्थल पर दिखाये गये थे। यह बताने के लिए कि लाभार्थियों को इन योजनाओं से कैसे फायदा पहुंचा, लाभार्थियों को मंच पर भी आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक जैसी मनोरंजक गतिविधियों, स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन, एक लकी ड्रॉ और एक ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक जिले के निवासियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में ब्रोशर और सूचना सामग्री प्रदान की गई थी। एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र के जरिये भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी और रोड शो में शामिल होने वाले लोगों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एक बूथजन की बात नाम से भी बनाया गया था, जहां लोग प्रधानमंत्री के नाम अपना संदेश छोड़ सकते थे।

2019 के फरवरी और मार्च महीने में देश के 318 जिलों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगभग 8,000 ऐसे न्यू इंडिया चौपाल के नाम से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। न्यू इंडिया चौपाल का मुख्य उद्देश्य जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों के बारे में बताना है। इस कार्यक्रम का मुख्य विचार विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उन योजनाओं में स्वयं को नामांकित करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना है।

यह चौपाल सरकार के लिए एक मंच है जिसके माध्यम से सरकार सफलता की कहानियों को उजागर करते हुए इन योजनाओं के लाभों को बताती है और इस तरह अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

चंदौली जिले में सरकारी योजनाओं के बारे में न्यू इंडिया चौपाल रोड शो आयोजित किया गया

चंदौली, (उत्तर प्रदेश) : विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभों को उजागर करने के लिए न्यू इंडिया चौपाल रोड शो कार्यक्रम का आयोजन 16 और 18 फरवरी को चंदौली जिले में किया गया।

चंदौली जिले के धानापुर और मुगलसराय में आयोजित विभिन्‍न रोडशो में 4300 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। इस आयोजन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के कुछ लाभार्थियों को सम्मानित किया गया। इन योजनाओं के लाभार्थियों को लेकर बनाये गये वीडियो कार्यक्रम स्थल पर दिखाये गये थे। यह बताने के लिए कि लाभार्थियों को इन योजनाओं से कैसे फायदा पहुंचा, लाभार्थियों को मंच पर भी आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक जैसी मनोरंजक गतिविधियों, स्थानीय कलाकारों के प्रदर्शन, एक लकी ड्रॉ और एक ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम स्थल पर प्रत्येक जिले के निवासियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में ब्रोशर और सूचना सामग्री प्रदान की गई थी। एक विशेष प्रदर्शनी क्षेत्र के जरिये भी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रदर्शनी और रोड शो में शामिल होने वाले लोगों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। एक बूथजन की बात नाम से भी बनाया गया था, जहां लोग प्रधानमंत्री के नाम अपना संदेश छोड़ सकते थे।

2019 के फरवरी और मार्च महीने में देश के 318 जिलों में सूचना और प्रसारण मंत्रालय लगभग 8,000 ऐसे 'न्यू इंडिया चौपाल' के नाम से आउटरीच कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। 'न्यू इंडिया चौपाल' का मुख्‍य उद्देश्‍य जनता के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं की उपलब्‍धियों के बारे में बताना है। इस कार्यक्रम का मुख्य विचार विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उन योजनाओं में स्‍वयं को नामांकित करने के लिए उनको प्रोत्साहित करना है।

यह चौपाल सरकार के लिए एक मंच है जिसके माध्‍यम से सरकार सफलता की कहानियों को उजागर करते हुए इन योजनाओं के लाभों को बताती है और इस तरह अधिक से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

बुधवार, 6 मार्च 2019

बोरूज ने इण्डियाप्लास्ट 2019 में अपने अत्याधुनिक पोलियोफिन्स समाधानों के साथ अपनी भावी विकास योजनाओं पर डाली रोशनी

नई दिल्ली : एक अग्रणी पेट्रोकैमिकल कंपनी बोरूज ने इण्डियाप्लास्ट 2019 के दौरान इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी, पैकेजिंग एवं कृषि अनुप्रयोगों के लिए अपने विभेदित समाधानों का प्रदर्शन किया। 

बोरूज के पोेर्टफोलियो में ग्रीनहाउस एवं सिचांई प्रणाली, उपभोक्ता एवं ओद्यौगिक पैकेजिंग, पावर ग्रिड एवं पाइपिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि के लिए पाॅलीएथीलीन एवं पाॅलीप्राॅपीलिन सामग्री का व्यापक कलेक्शन शामिल हैं इसमें पैकेजिंग के प्रत्यास्थ अनुप्रयोगों के लिए कंपनी का आधुनिक पाॅलिमर एंटियो भी शामिल है।

विकास की 20 सालों की यात्रा

बोरूज अपने कारोबार की 20 सालों की सफल यात्रा पूरी कर चुकी है तथा रूवैस, आबू धाबी में दुनिया के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड पाॅलीओलेफिन्स काॅम्पलेक्स का संचालन करती है। 48000 टन नेमप्लेट्स की सालाना क्षमता के साथ बोरूज की पांचवीं पाॅलीप्रोपाइलीन युनिट पीपी 5 2021 से शुरू होने की उम्मीद है जिसके साथ इसकी कुल सालाना पाॅलीओलेफिन्स उत्पादन क्षमता 5 मिलियन टन के आंकड़े तक पहुंच जाएगी।

इसके अलावा बोरूज को हाल ही में रूवैस, यएई में पेट्रोकेमिकल काॅम्पलेक्स विस्तार की चैथी प्राव्वस्था का अनुबंध सौंपा गया है, जिसमें 1.8 मिलियन टन एथीलीन आउटपुट के सााि दुनिया का सबसे बड़ा मिश्रित-फीड क्रेकर शामिल है। तीन अनुबंध- फ्रंट एंड इंजीनियरिंग एण्ड डिज़ाइन (FEED), प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट काॅन्ट्रेक्ट (PMC) तथा मिक्स्ड-फीड क्रेकर काॅम्प्लेक्स के लाइसेंस के लिए हैं। 

मिक्स्ड-फीड क्रेकर बोरूज काॅम्प्लेक्स में चैथा क्रेकर होगा और इसमें एथेन, ब्यूटेन, नेफ्था का इस्तेमाल करते हुए ओलेफिन्स एवं एरोमेटिक्स बनाने की क्षमता होगी। यह कई पेट्रोकैमिकल्स बिल्डिंग ब्लाॅक्स के उत्पादन को सक्षम बनाएगा और बोरूज की विकास की महत्वाकांक्षओं को पूरा करने तथा दीर्घकालिक आपूर्ति बढ़ाने में योगदान देगा। 

भारत के लिए विकास
टारमो रोडसेप, दक्षिणी एशिया के लिए बोरूज के सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट ने कहा, ‘‘इण्डिया प्लास्ट उद्योग जगत के लिए उभरता प्लेटफाॅर्म है जो भारतीय उपमहाद्वीप में हमारे उत्पादों को प्रोत्साहित करने तथा उपभोक्ताओं के साथ संबंध बनाने में मददगार साबित होगा। हमें उम्मीद है कि उपभोक्ताओं और साझेदारों के साथ मिलकर काम करते हुए हम इस क्षेत्र की चुनौतियों को समझ सकेंगे और इनके लिए अनुकूल समाधान प्रस्तुत कर सकेंगे। अपनी महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं के साथ बोरूज भारत एवं अन्य मुख्य बाज़ारों में पाॅलियोफिन्स की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगा’’ 

बोरूज भारत में दो दशकों की सफल यात्रा को पूरा कर चुका है और उच्च गुणवत्ता के आधनिक समाधनों के साथ भारत सरकार के राष्ट्रीय विकास के दृष्टिकोण को समर्थन देने तथा खाद्य सुरक्षा, उर्जा सुरक्षा, उर्जा विश्वसनीयता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। 

संदीप पुरी, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, भारतीय उपमहाद्वीप, बोरूज ने कहा, ‘‘हमारे आधुनिक प्लास्टिक समाधान भारतीय अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक विकास की ज़रूरतों को पूरा करते हैं। उदाहरण के लिए एंटियोन्न्  अपने बेहतरीन सील परफोर्मेन्स के साथ फूड पैकेजिंग का अनूठा अनुभव प्रदान करता है, इससे खाद्य पदार्थों की ताज़गी ओर हाइजीन बरक़रार रहती हैं हमारे कृषि समाधान भी प्रेसीज़न फार्मिंग जैसी तकनीकों को बढ़ावा देते हैं। ये फसल की गुणवत्ता, उत्पादकता में सुधार लाकर किसानों का मुनाफ़ा बढ़ाने में मदद करते हैं। इन अत्याधुनिक समाधानों के साथ बोरूज भारत में मौजूदा एवं भावी विकास की नई लहर को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार है। 

कोका-कोला इंडिया ने भारत और दक्षिण पश्चिम एशिया के लिये नई एचआर हेड की घोषणा की

निशि कुलश्रेष्ठ चतुर्वेदी को वाइस प्रेसिडेन्ट, ह्यूमन रिसोर्सेस नियुक्त किया गया

नई दिल्ली : कोका-कोला इंडिया ने सुश्री निशि कुलश्रेष्ठ चतुर्वेदी को भारत एवं दक्षिण पश्चिम एशिया में ह्यूमन रिसोर्सेस का वाइस प्रेसिडेन्ट नियुक्त करने की घोषणा की है। सुश्री निशि भारत और दक्षिण पश्चिम एशिया में कंपनी के लिये प्रतिभा भर्ती एवं प्रगति, प्रदर्शन उन्नति और नेतृत्व विकास से संबंधित कार्यों का नेतृत्व करेंगी।

सुश्री निशि कुलश्रेष्ठ चतुर्वेदी ने कोका-कोला के भीतर कदम दर कदम तरक्की की है, वर्ष 2012 में वह हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस प्रा. लि. (एचसीसीबी) के हिस्से के तौर पर नेशनल हेड-ह्यूमन रिसोर्सेस के रूप में कंपनी से जुड़ी थीं। एचसीसीबी के साथ अपनी कार्यावधि में निशि ने एचआर बिजनेस पार्टनर के रूप में काम किया, नेतृत्व प्रतिभा अधिग्रहण और महिला नेतृत्व विकास का नेतृत्व किया और संरक्षण पहलों में भाग लिया। डायरेक्टर- वर्कप्लेस अकाउंटेबिलिटी के तौर पर अपनी पिछली भूमिका में उन्होंने कोका-कोला ह्यूमन एंड वर्कप्लेस राइट्स के क्रियान्वयन के निरीक्षण में बड़ी भूमिका निभाई। 

इस खबर की घोषणा करते हुए टी. कृष्णकुमार, प्रेसिडेन्ट, कोका-कोला इंडिया एंड साउथ वेस्ट एशिया ने कहा, ‘‘कोका-कोला में हम आंतरिक प्रतिभा के विकास और पोषण के लिये प्रतिबद्ध हैं। सुश्री निशि को गहन अनुभव है और वह लोगों की प्रतिभा निखारने का काम बहुत लगन से करती हैं। हम कंपनी के लिये अच्छे नेतृत्वकर्ता विकसित करने में उनके योगदान की अपेक्षा करते हैं, जो तेजी से बदलते बाहरी माहौल में रम सकें और अगली पीढ़ी के लिये आदर्श बनें।’’

कोका-कोला सिस्‍टम में सुश्री निशि ने प्रतिभा प्रबंधन रणनीति का नेतृत्व करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्‍होंने कार्यस्थल पर कानून का अनुपालन सुनिश्चित किया है। वह विविधता को लेकर जुनूनी हैं और महिला नेतृत्व एवं विकास की मजबूत वकालत करती हैं। उन्होंने बॉटलिंग इन्‍वेस्टमेन्ट्स ग्रुप (बीआईजी)- वीमन लीडरशिप डेवलपमेन्ट प्रोग्राम- ‘‘अचीव योर बेस्ट सेल्फ’’ का नेतृत्व भी किया है।

सुश्री निशि को एफएमसीजी, हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और एनर्जी सेक्टर्स में ह्यूमन रिसोर्सेस में 20 से अधिक वर्षों का कार्य अनुभव है। उन्होंने कोका-कोला से पहले श्‍नाइडर इलेक्ट्रिक, केयर्न एनर्जी और बैक्सटर हेल्थकेयर के साथ काम किया है।
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