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शुक्रवार, 26 जनवरी 2018

सिद्धांतों को अभ्यास में परिवर्तित कर इंजिनियरिंग के छात्रों को ऑटोमोबाइल के लिये अपने जुनून का प्रदर्शन करने हेतु प्रदान किया गया एक अनूठा मंच

- महिन्द्रा, इन्दौर में बाहा एसएई इंडिया 2018 के 11 वें संस्करण को प्रायोजित किया। 
- ‘ग्राउंड टू ग्लोरी’ थीम के साथ उभरते इंजीनियर्स के जुनून, कड़ी मेहनत और धीरज का जश्न मनाने हेतु किया जाएगा एक आयोजन। 
- फाइनल के लिए 388 प्रविष्टियों में से 221 कॉलेजों ने योग्यता हासिल की।
इन्दौर : ऑटोमोटिव इंजिनियरिंग की एक पेशेवर संस्था द्वारा आज बहुप्रतिक्षित बाहा सीरीज के 11वें संस्करण का आगाज़ किया गया। यह आयोजन 24 से 28 जनवरी 2018 तक इंदौर के पास पीथमपुर में एनएटीआरआईपी सुविधा के साथ आयोजित किया जाएगा जिसमें महिन्द्रा के रूप में एक मुख्य प्रायोजक के साथ-साथ 35 अन्य उद्योग भी प्रायोजक हैं। बाहा एसएई इंडिया 2018 के लिए लगभग 388 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं थी, जिसमें से पारम्परिक बाहा के लिये 180 टीमों तथा वर्चुअल राउण्ड में ई-बाहा के लिये 41 टीमों का चयन किया गया था। इसका अनुकरण 29 और 30 जनवरी 2018 को होने वाली एचआर मीटिंग द्वारा किया जाएगा।
महिन्द्रा बाहा एसएई इंडिया 2018 को भारत भर के सभी झोन्स्-पश्चिम, उत्तर, पूर्वी एवं दक्षिण से प्रतिनिधित्व के साथ शानदार प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है।
इस चार दिवसीय आयोजन में तकनीकी निरीक्षण, स्थिर मूल्यांकन जैसे-डिज़ाईन, लागत और बिक्री प्रस्तुति एवं गतिशील आयोजन जैसे-गतिवृद्धि, स्लेड पुल, सस्पेंशन और ट्रैक्शन तथा कुशल संचालन योग्यता  को शामिल किया जाएगा। एनएटीआरआईपी के तत्वावधान में 24 से 28 जनवरी 2018 तक नैट्रेक्स सुविधा के साथ इंदौर के पास पीथमपुर में ई-बाहा के लिये 2 घंटे और एम-बाहा के लिये 4 घंटों  का एन्ड्यूरेंस राउण्ड आयोजित किया जाएगा।
बाहा एसएई इंडिया के द्वारा प्रत्येक वर्ष एक नई थीम को अपनाना एक अद्वितीय और उल्लेखनीय विशेषता है। इस वर्ष बाहा 2018 के लिए थीम ‘ग्राउण्ड टू ग्लोरी’ है, जो ऐसे उभरते इंजीनियर्स के जुनून, कड़ी मेहनत और धीरज का प्रतिनिधित्व करती है, जो अपने सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए पूरे साल पूरी लगन के साथ प्रयासरत रहते हैं। यह थीम छात्रों को सहर्ष चुनौतियों का सामना करने हेतु प्रेरित करती है। यह छात्रों को उनकी यात्रा और सीमाओं को चुनौती देने हेतु तैयार करती है तथा बाहा इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों के लिये ग्राउण्ड फॉर ग्लौरी का निर्माण करता है।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. पवन गोयनका, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा, ‘‘बाहा एसएईइंडिया और इसकी बढ़ती लोकप्रियता में महिन्द्रा के सहयोग का यह 11वाँ वर्ष है, इस वर्ष दो आयोजनों को प्रायोजित करते हुए हम गर्व का अनुभव करते हैं। हम नवाचार की भावना, जो कि ग्राउण्ड टू ग्लोरी के आसपास उपयुक्त है का उत्सव मनाएंगे। महिन्द्रा पर हम युवा इंजीनियरिंग छात्रों के कौशल को सुधारने, युवाओं की इंजीनियरिंग क्षमता को बढ़ाने तथा भारत के लिए आवश्यक तकनीकी मानव संसाधन विकसित करने हेतु समर्पित हैं।’’
मुकेश के तिवारी, कन्वीनर बाहा एसएई इंडिया 2018 ने बताया, ‘‘चूंकि प्रतिस्पर्धा शुरू हो रही है और प्रतिभाशाली प्रतिभागियों ने अपने लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में अपनी प्रतिभा और कौशल को झोंक दिया है, पिछले 11 वर्षों से बाहा एसएई इंडिया के साथ यह संबंधता हम में से प्रत्येक को बहुत खुशी प्रदान करती है। इन वर्षों में हमने देखा है कि प्रतिभागियों के उत्साह में काफी वृद्धि हुई है और उनकी भागीदारी का स्तर भी निरंतर बढ़ रहा है। हमें पूर्ण विश्वास है कि वर्तमान संस्करण पिछले सभी वर्षों की तुलना में अधिक सफल होगा और नवाचार के लिए नवीन मानक स्थापित करेगा।’’
डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष एआईसीटीई ने कहा, ‘‘बाहा एसएई इंडिया बहुत ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में अनुभवात्मक सीख प्रदान कर छात्रों के हित में उत्साह का निर्माण करने में अपना योगदान दे रहा है। यह आयोजन अपने प्रथम वर्ष 2007 में शुरूआत के बाद से ही एक बहुमुखी आयोजन बन गया है। मैं बाहा एसएई इंडिया को अपने 11वें वर्ष में प्रवेश करने पर बधाई देता हूं। यह वांछित है कि जो छात्र इस प्रकार के राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, उन्हें संबंधित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर प्राप्त होता है। हालांकि, पंजीकरण, वाहनों की शिपिंग और छात्रों की यात्रा के लिए बहुत बड़ी धनराशि की आवश्यकता है और इस प्रयोजन को प्राप्त करने में बहुत प्रयास किये जा रहे हैं। मुझे यह घोषणा करने में अत्यंत खुशी हो रही है कि जो टीम बाहा एसएईइंडिया में अच्छा प्रदर्शन करती है और शीर्ष सम्मान प्राप्त करती है, उसके छात्रों को 1 लाख रूपए प्रति छात्र का वित्त पोषण प्रदान किया जाएगा, ऐसे छात्रों की संख्या 10 तक हो सकती है। विजेता टीमों को एआईसीटीई की वेबसाइट पर उपलब्ध निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना आवश्यक होगा। यह योजना देश के लिए गौरव अर्जित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। यह पुरस्कार भारतीय आयोजनों की सफलता में मदद भी प्रदान करेंगे। मैं एसएईइंडिया और इसमें भाग लेने वाली टीमों को शुभकामनाएँ देता हूं।’’
जुलाई 2017 में बाहा 2018 फाइनल के लिए देशभर के इंजीनियरिंग महाविद्यालयों से चितकारा विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ पर वर्चुअल राउण्ड आयोजित किया गया था, जहां उन्हांने बाहा बग्गी वाहन के लिए अपने डिज़ाईन प्रस्तुत किए, जिसे वे अंतिम आयोजन के लिए डिजाइन करना चाहते थे। चयनित टीमों का पूरी तरह से विश्लेषण और उनके लिखित परीक्षा परिणामों की तुलना, सीएडी डिजाइन, सीएई विश्लेषण तथा रोल कैज, संस्पेंशन, स्टीयरिंग एवं ब्रेक के डिज़ाईन के माध्यम से चयन किया गया। वर्चुअल बाहा में प्रस्तुत प्रविष्टियाँ वर्चुअल अभ्यास मात्र थीं, जिन्हें प्रतिभागियों द्वारा फाइनल में सटीक विनिर्देशों के साथ बनाया जाएगा। अपनी बग्गी रेस कार के निर्माण के बाद फाइनल राउण्ड में टीमें अपने कौशल, सूझबूझ और जुनून का प्रदर्शन करेगी।
भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की शुरूआत का लाभ उठाने के लिए बाहा एसएईइंडिया द्वारा 2015 में ई-बाहा श्रृंखला की पहल भी की गई थी। एम-बाहा वाहन 10 एचपी बीएण्डएस गैसोलीन इंजिन पर चलते हैं, जो सभी 180 टीमों के लिए आम है, जबकि इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा चालित और एक रिचार्जेबल लिथियम आयन बैट्री पैक द्वारा संचालित ई-बाहा वाहन इलेक्ट्रिसिटी से चलेंगे।
बाहा एसएईइंडिया की बढ़ती लोकप्रियता के साथ इस वर्ष दो बाहा आयोजित किए जाएंगे। एक जो पीथमपुर, मध्यप्रदेश में चल रहा है, और दूसरा 8 मार्च से 11 मार्च 2018 तक आईआईटी रोपड़, पंजाब पर आयोजित किया जाएगा। इस प्रयास से 60 और टीमों की पूर्ति करने में मदद मिलेगी, जिनके पास बाहा एसएईइंडिया में भाग लेने का अवसर होगा।

बाहा एसएई-इंडिया के बारे में:

बाहा एसएई-इंडिया इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के लिये एक शैक्षणिक खोज, एक क्लास रूम के बाहर की शिक्षा प्रणाली है, जहां सम्पूर्ण भारत से इंजीनियरिंग छात्र एक टीम के रूप में भाग ले सकते हैं। जहां उन्हें उद्योग में पेश आने वाली वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने हेतु व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा सके। मूल रूप से मिनी बाहा एसएई के रूप में एसएई इंटरनेशनल द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में शुरू होकर वर्तमान में यह कईं देशों में आयोजित किया जा रहा हैं। भारत में यह बाहा एसएईइंडिया के रूप में आयोजित किया जा रहा हैं। एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की छात्र प्रतियोगिता की टीम में देशभर के विश्वविद्यालयों से डिज़ाइन, विश्लेषण, फेब्रिकेशन के क्षेत्रों से छात्र हिस्सा लेंगे एवं इसमें सभी प्रकार के वाहन मान्य हैं।
स्थैतिक, गतिशील एवं स्थायित्व के अवसरों जैसे, डिज़ाइन, लागत आंकलन, बिक्री प्रस्तुति, त्वरण, गतिशीलता, पहाड़ी चढ़ाई और सहनशक्ति की एक श्रृंखला के दौरान इसका मूल्यांकन किया जाता है।
पहले संस्करण में 27 टीमां ने इसमें भाग लिया, जबकि ग्यारहवें संस्करण के लिये 388 टीमों ने हिस्सा लिया था और इसी के चलते 150 से अधिक टीमों के रजिस्ट्रेशन का अनुमान लगाया गया है, यही कारण है कि बाहा एसएईइंडिया के लिये एनएटीआरआईपी प्रमाणित ग्राउण्ड पर इन टीमों के बीच मुकाबला होगा। इस तरह की एक अभूतपूर्व ग्रोथ किसी भी विपणन या प्रचार खर्च के बिना हासिल की गई है।
इन वर्षों में बाहा की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है और यह राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा आयोजन बन गया है, इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। यह युवा इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के लिये चुनौतियों का सामना कर बाधाओं पर काबू पाकर अपने कौशल और वास्तविक जीवन के अनुभव के प्रदर्शन का अवसर है, जो उनके लिये लंबे समय की सफलता के लिये अतिमहत्वपूर्ण है। ये इंजीनियर्स अपनी अवधारणा, डिज़ाइन एवं 4-व्हील, सिंगल-सीटर वाहन के निर्माण के द्वारा ऑटोमोबाइल्स् के लिए अपने जुनून का प्रदर्शन करते हैं।
महिन्द्रा, डॉ. पवन गोयनका, बाहा इंडिया की संचालन समिति के अध्यक्ष के विश्वसनीय नेतृत्व में इसकी स्थापना के समय से ही निरंतर इस आयोजन में एक प्रमुख भूमिका निभाते आ रहा है। पिछले 8 वर्षों से महिन्द्रा इसका शीर्षक प्रायोजक है और इस वर्ष भी यह गर्व के साथ अपनी भूमिका निभाने के लिए तत्पर है एवं इसके अलावा एआरएआई, अल्टेयर, आनंद ऑटोमोटिव्स, एनसिस, एएसडीसी, एवीएल, भारत पेट्रोलियम, बीकेटी, बॉश, ब्रिगेस एंड स्ट्रेटन, चितकारा यूनिवर्सिटी, कॉन्टिनेंटल, कमिन्स्, इलीशन, जीएम, आईआईटी रोपर, आईसीएटी, आईटीडब्ल्यू चेमिन, लेअर, एलएंडटी, एलएनसीटी इंदौर, मैथवर्क्स्, मेदांता हॉस्पिटल, मेंटर ग्राफिक्स, एमपी कंसल्टिंग, माय एफएम, एनएटीआरआईपी, ओयो रूम्स, पद्मिनि इंजीनियरिंग, पोलारिस, प्रिया इवेन्टस, पीटीसी, रेडिसन होटल, वीजे प्रोडक्शन, वार्राक, वाल्वो एंड वुर्थ भी लगातार इस आयोजन हेतु अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं। एसआईएएम, एसीएमए एएसडीसी और एआईसीटीई द्वारा भी इसका समर्थन किया जा रहा है।

ई-बाहा के बारे में :

ई-बाहा, बाहा एसएईइंडिया की एससी एवं ओसी द्वारा शुरू किया गया एक समारोह है जिसमें प्रति वर्ष 1000 से अधिक इंजीनियरिंग के छात्र शामिल होते हैं। भारत में बिजली की गतिशीलता की शुरूआत का लाभ उठान के लिए हमने 2015 में श्री सुबोध मोर्ये के संयोजन में इस समारोह की शुरूआत की थी, यह एक ऐसा मंच है जहाँ इंजीनियरिंग के छात्रों को बाहा नियम पुस्तिका की समान गतिशीलता पर एक इल्ोक्ट्रिक वाहन का निर्माण एवं इस आश्चर्य का अनुभव करना होता है कि यह वाहन बिजली के साथ चलता है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति, महामहिम स्वर्गीय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के साथ एक सत्र के दौरान, उन्होंने आयोजन समिति को राष्ट्रीय समृद्धि के लिए इस मंच का उपयोग करने का सुझाव दिया। उनके विचारों से अभिभूत होकर आयोजन समिति ने अपने आठवें सत्र-ई-बाहा में एक नए समारोह को शामिल करने का निर्णय लिया। चूकिं पारंपरिक बाहा पेट्रोल चालित एटीवीज के बारे में है, ई-बाहा वाहन रिचार्जेबल लीथियम आयन बैटरी पैक्स द्वारा संचालित बिजली की मोटर का प्रयोग करके बिजली पर चलाओगे। बिजली द्वारा संचालित एटीवी डिजाइन प्रतियोगिता ई-बाहा, बिजली की गतिशीलता पर जोर देती है।
इस समारोह के माध्यम से हमारा इरादा देश के युवा मानस को गतिशीलता के इलेक्ट्रिक विज्ञान जो कि आने वाला भविष्य है, के प्रयोग एवं अन्वेषण करने का अवसर प्रदान करना है।

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