यह कहानी है राजस्थान के जोधपुर की ख्वाहिश परिहार की। यह एक
ऐसी महिला हैं, जिसे अपनी
पहचान लिए समाज से लड़ना पड़ा। परिवार ने साथ नहीं दिया तो खुद पहल की। इनका
जन्म एक लड़के के
रूप में हुआ, पर
हार्मोन्स लड़कियों जैसे थे।
परिवार किस बात से नाराज था, अपनी पहचान के लिए
आखिर क्या किया...
- · सत्यजीत (ख्वाहिश का पहले यही नाम था) का जन्म जोधपुर में परिहार परिवार के घर में हुआ। वे घर के सबसे छोटे बेटे थे।
- · मधुबन हाउसिंग बोर्ड निवासी सत्यजीत सिंह ने 10वीं तक सेंट एंस स्कूल में पढ़ाई की।
- · कुछ समय बाद उसे लगा कि वह लड़कियों की तरह ही व्यवहार करता है।
- · लड़कों की तरह खेलने की बजाए उन्हें किचन में काम करना और लड़कियों के कपड़े पहनना ज्यादा पसंद है।
- · लेकिन घरवाले ये मानने के लिए तैयार नहीं थे। वे चाहते थे की वो भी लड़कों जैसे कपड़े पहने।
ब्यूटी
पार्लर में काम,
एयर होस्टेस बनना
चाहता था
- · खुद की कमाई से अपना सपना पूरा करने की सोची। उसे एयर होस्टेस बनना था।
- · इस बीच उसके कॉन्टैक्ट मुंबई में हो गए। वहां भी काम किया और पता चला कि दिल्ली के एक हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट से उसका सपना पूरा हो सकता है।
- · यह बात परिवार के लोगों को पता चली तो उन्होंने भी समझाया। दिल्ली हॉस्पिटल के डॉक्टर ने भी उसको कई दिन तक काउंसलिंग के लिए बुलाया।
- · बाद में 2012 में उन्होंने करीब 5 लाख रुपए खर्च कर सेक्स चेंज का ऑपरेशन करवाया। ऑपरेशन के बाद अपना नाम रखा ख्वाहिश।
साउथ
की फिल्में कर रहीं हैं ख्वाहिश
- · नई पहचान के साथ ख्वाहिश अब टीवी सीरियल्स में एक्टिंग करती हैं।
- · वे डीडी नेशनल और सोनी पल के सीरियल्स में भी दिख चुकी हैं।
- · इसके साथ ही वे एक साउथ इंडियन फिल्म भी कर रहीं हैं।
- · वे काफी वक्त से एयर होस्टेस बनने की ट्रेनिंग भी ले रहीं हैं। एक दिन बड़ी एक्ट्रेस बनना चाहती हैं।
अब
शादी करना चाहती हैं ख्वाहिश
- · सेक्स चेंज के बाद ख्वाहिश से दूर हुआ परिवार भी अब उसके साथ खड़ा है।
- · वे भी राखी पर अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं।
- · वे एक राजपूत परिवार से हैं। अब अपनी कम्युनिटी के किसी लड़के से शादी करना चाहती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें